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उड्डयन में क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना के लिए 20 कम्पनियां सामने आईं

नई दिल्ली, 18 नवंबर | नागर विमानन मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि उसकी महत्वाकांक्षी क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना (आरसीएस) को इस क्षेत्र से जुड़ी कम्पनियों से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिल रही है। नागर विमानन मंत्रालय के सचिव राजीव नयन चौबे ने शुक्रवार से राजधानी में शुरू हुए दो दिवसीय एयरो एक्सपो-2016 के उद्घाटन समारोह के दौरान कहा कि सरकार को अभी तक एयर ऑपरेटर परमिट होल्डरों की ओर से 20 पंजीकरण मिल चुके हैं, जो आरसीएस के आवंटन की नीलामी में हिस्सा लेंगे।

मौजूदा समय में आरसीएस के लिए निविदा की प्रक्रिया जारी है। इसके लिए पांच दिसंबर, 2016 तक पंजीकरण कराया जा सकता है। ऐसे में चौबे ने यह भी कहा कि निविदा भरने वाली कम्पनियों की संख्या बढ़ भी सकती है।

उद्योग संगठन-पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित दो दिवसीय एयरो एक्सपो 2016 का उद्घाटन नागर विमानन मंत्री अशोक गजापति राजू, विमानन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा और सचिव राजीव नयन चौबे ने किया।

चौबे ने कहा कि दिसंबर 2016 तक क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के तहत दर्जनभर व्यावसायिक विमानन कंपनियां देशभर में छोटे कस्बों तक उड़ान सेवा शुरू कर सकती हैं। उड़ान योजना 10 वर्ष तक संचालनरत रहेगी।

इस एयर शो में विमानन क्षेत्र की कई कंपनियां हिस्सा ले रही हैं।

नागर उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने उद्घाटन सत्र में कहा, “पिछले कुछ वर्षो में इस क्षेत्र की विकास दर बढ़ी है। कुछ सप्ताह पहले घोषित क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना उड़ान से लाभ होगा। घरेलू नागरिक उड्डयन क्षेत्र में विकास दर 23 फीसदी रही है जबकि पिछले साल यह 20 फीसदी ही थी। हमने अगले कुछ वर्षो में इस क्षेत्र में विकास दर 20 फीसदी से ज्यादा रखने का लक्ष्य रखा है।”           –आईएएनएस