उत्तम सिंह ‘लता मंगेशकर पुरस्कार’ के लिए चुने गए

मुंबई, 28 सितम्बर | मशहूर संगीतकार और वायलिन वादक उत्तम सिंह को इस साल महाराष्ट्र सरकार की ओर से दिग्गज गायिका लता मंगेशकर के 86वें जन्मदिन पर ‘लता मंगेशकर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार’ के लिए नामित किया गया है। शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने यह घोषणा की। पुरस्कार स्वरूप एक प्रशस्ति पत्र, एक ट्राफी और 500,000 रुपये नकद प्रदान किया जाता है। यह बाद में एक कार्यक्रम में 68 वर्षीय संगीत निर्देशक को प्रदान किया जाएगा।

लगभग पांच साल की आयु से ही सिंह ने अपने सितार वादक पिता से बुनियादी प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया। उन्होंने गुरुद्वारों में अपने परिवार के साथ भजन व कीर्तन गाया।

सिंह 12 साल की आयु में मुंबई चले गए, जहां उन्होंने वायलिन और तबला बजाना सीखा। उन्हें मोहम्मद साफी के लिए वायलिन बजाने का तीन साल बाद बड़ा मौका मिला। साफी बॉलीवुड संगीतकार नौशाद के सहायक थे।

फाइल फोटो : आईएएनएस 

उन्होंने नौशाद, रोशन, सी. रामचंद्र, मदन मोहन, एस. डी. बर्मन, और बाद में आर.डी. बर्मन के साथ बतौर मुख्य वायलिन वादक काम किया।

बाद में सिंह ने जगदीश खन्ना के साथ हाथ मिला लिया और ‘उत्तम-जगदीश’ की जोड़ी शीर्ष म्युजिक अरेंजर की टीम बन गई, जिसने 65 से ज्यादा बॉलीवुड फिल्मों के लिए काम किया है।

‘मैंने प्यार किया’ और ‘हम आपके हैं कौन’ आदि में उनके संगीत प्रबंधन को सराहा गया।

बतौर संगीत निर्देशक दोनों ने मनोज कुमार की फिल्म ‘पेंटर बाबू’ से शुरुआत की।

जगदीश खन्ना का 1992 में देहांत हो गया और उसके बाद सिंह ने स्वतंत्र रूप से संगीत निर्देशक के तौर पर यश चोपड़ा की फिल्म ‘दिल तो पागल है’ अनिल शर्मा की ‘गदर : एक प्रेम कथा’ और चंद्र प्रकाश द्विवेदी की ‘पिंजर’ आदि फिल्मों में काम किया।

सिंह को ‘दिल तो पागल है’ के लिए फिल्म फेयर अवार्ड ‘गदर : एक प्रेम कथा’ के लिए फिल्म फेयर अवार्ड, स्क्रीन अवार्ड ‘पिंजर’ के लिए स्क्रीन और जी सिने अवार्ड मिल चुका है।

महाराष्ट्र सरकार भारत रत्न लता मंगेशकर के सम्मान में साल 1992 से हर साल संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने वाले को यह पुरस्कार प्रदान करती है।                  –आईएएनएस