उत्तरप्रदेश के सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क और महिला बीट गठित कर दी गई है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश के सभी 1537 थानों में और जीआरपी के थानों को मिलाएंगे 1584 थानों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना हो चुकी है।
मुख्यमंत्री ने लखनऊ में 25 फरवरी 2023 को विधान सभा में कहा कि प्रत्येक जनपद में एक अतिरिक्त महिला थाने के साथ-साथ अतिरिक्त महिला परामर्श चौकी की स्थापना हो चुकी है।
प्रदेश के सभी 1537 थानों में 10417 महिला बीट गठित की गई हैं और प्रदेश के सभी ग्राम पंचायतों में जहां पर ग्राम सचिवालय का निर्माण हो चुका है वहां एक मिशन शक्ति कक्ष का भी निर्माण किया जा चुका है।
2017 तक उत्तर प्रदेश पुलिस में महिला कार्मिकों की संख्या मात्र 13 हजार थी, आज ये संख्या 32 हजार से अधिक है। महिला और बाल अपराधों में प्रभावी अभियोजन के फलस्वरूप अब तक 35 अपराधियों को मृत्यु दंड की सजा, 1200 से अधिक अपराधियों को 10 वर्ष से अधिक की सजा, 1445 से अधिक को व्यापक अर्थदंड, 1325 को आजीवन कारावास और 3420 से अधिक लोगों को 10 वर्ष से कम की सजा अब तक दी जा चुकी है।
महिला अपराधों में लिप्त 5 हजार से अधिक अपराधियों को जिला बदर व अन्य प्रभावी कार्रवाई की जा रही है।
प्रदेश के अंदर पॉक्सो और महिला संबंधी अपराध में ई प्रॉसीक्यूशन में पूरे देश के अंदर उत्तर प्रदेश नंबर एक पर है।