बिजनौर, 2 जुलाई | उत्तराखंड के पहाड़ों पर हो रही बारिश के बाद अब उप्र के मैदानी इलाकों में बाढ़ का संकट गहराने लगा है। मूसलाधार बारिश से गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है। हरिद्वार से यूपी के लिए गंगा में शुक्रवार देर शाम 92 हजार क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया जिसके बाद से ही अधिकारियों ने सतर्कता बढ़ा दी है। बिजनौर में मध्य गंगा बैराज के अधिकारियों के मुताबिक, शुक्रवार को डाउन स्ट्रीम में 40 हजार क्यूसेक पानी रहा, जो गुरुवार को 22 हजार क्यूसेक पर था। इससे गंगा से जुड़ी नहरों में पानी छोड़ने की शुरुआत हो चुकी है।
फोटो: इलाहाबाद में 22 जून, 2016 को हुई बारिश के बाद एक गली में हुआ जलभराव। (आईएएनएस)
बैराज के अधिकारी मनोज द्विवेदी के अनुसार हरिद्वार से बिजनौर के लिए 92 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जो शनिवार दोपहर तक बिजनौर में प्रवेश कर लेगा। इससे गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ जाएगा।
उन्होंने बताया कि गंगा में हरिद्वार के साथ ही दूसरी सहायक नदियों से भी पानी आता है। ऐसे में शनिवार को गंगा का जलस्तर एक लाख क्यूसेक के करीब हो जाएगा।
सिंचाई विभाग अधिकारियों ने गंगा में बढ़े जलस्तर को लेकर प्रशासन को सूचना भेज दी है, ताकि गंगा किनारे गांवों और आबादी की सुरक्षा के इंतजाम हो सके। —आईएएनएस
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