देहरादून, 16 फरवरी। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा अपने विधान सभा क्षेत्र धारचूला के रा0ई0का0 बरम में आयोजित बहुउद्देशीय शिविर में जन संवाद कार्यक्रम में क्षेत्र की जनता की समस्यायें सुनी गई। उन्होंने शिविर के माध्यम से बारीबारी क्षेत्रीय जनता की समस्यायें सुनी तथा मौके पर ही समस्याओं का समाधान किया। कुछ समस्यायें जो क्षेत्र के विकास हेतु विभिन्न निर्माण कार्यों से संबंधित थी उनके समाधान हेतु संबंधित विभागों को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये।
उन्होंने शिविर में क्षेत्र के विकास हेतु अनेक घोषणाएं भी कीं। उन्होंने शिविर में उपस्थित क्षेत्रीय जनता को संबोधित करते हुए कहा कि विधान सभा धारचूला क्षेत्रान्तर्गत शिक्षा के क्षेत्र में अनेक हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट काॅलेज खोले गये हैं। इसके अतिरिक्त यहां उच्चशिक्षा हेतु काॅलेज भी संचालित हैं। उन्होंने क्षेत्रीय जनता से अपील की है कि परिवार के जो बच्चे अब भी स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं उनके उन्नत भविष्य एवं आगे बढ़ने हेतु वह घर पर भी व्यक्तिगत रूप से बच्चों की पढ़ाई पर विशेष ध्यान दें।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र के जिन विद्यालयों में अध्यापकों एवं प्रधानाचार्यों की कमी है उन विद्यालायों में इस कमी को दूर करने हेतु प्रधानाचार्यों एवं अध्यापकों की नियुक्ति सरकार द्वारा की जा रही है, शीघ्र ही सभी विद्यालयों में तैनाती हो जायेगी। उन्होंने कहा कि इस हेतु प्रदेश 1000 टी0ई0टी0 प्रशिक्षु की भर्ती शीघ्र ही की जा रही है।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में गरीब परिवारों को आर्थिक रूप से मजबूत करने हेतु अन्य प्रदेशों की तुलना में बेहतर कार्य किया गया है। सरकार द्वार गरीब परिवारों को विभिन्न पेंशन सहायता से लाभन्वित किया जा रहा है। उन्होेंने कहा कि वर्तमान में पूरे प्रदेश में लगभग 5 लाख 76 हजार लोगों को विभिन्न पेंशन योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है शीघ्र ही यह संख्या 07 लाख तक पहुंच जायेगी इस हेतु विभिन्न पेंशन योजनायें संचालित की गयी हैं।
उन्होंने महिलाओं को ग्रामीण अर्थव्यस्था का एक मजबूत स्तम्भ मानते हुए कहा कि सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याणार्थ अनेक योजनायें संचालित की जा रही हैं। जो महिलायें दक्ष हैं उन्हें बेहतर प्रशिक्षण दिये जाने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने वि0स0 क्षेत्र धारचूला में ऐसी महिलाओं का चयन कर उन्हें प्रशिक्षण दिये जाने हेतु जिलाधिकारी को निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा यहां के उद्यमियों द्वारा तैयार किये गये उत्पादों को देश तथा विदेेशों में बाजार उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने सभी से शिक्षा हस्त शिल्प तथा खेती के क्षेत्र में आगे बढ़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार गरीब एंव जरूरतमंद लोगों को आगे बढ़ने हेतु उनके साथ खड़ी है। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य विकासदर में निरन्तर आगे बढ़ रहा है। नीति आयोग भारत सरकार की रिर्पोट के अनुसार उत्तराखण्ड ने तेजी से विकास किया है। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि हम सभी को मिलकर विकास को आगे बढ़ाना होगा।
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