देहरादून, 1 जनवरी। उत्तराखण्ड के वनमंत्री दिनेश अग्रवाल ने आज विधान सभा स्थित अपने कार्यालय कक्ष में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। पत्रकार वार्ता के माध्यम से उन्होंने नववर्ष की शुभकामनायें देते हुए कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य और संसाधनों से युक्त उत्तराखण्ड राज्य सरकार के प्रयासों से नई ऊचाईयों को हासिल कर और आगे बढे़। वर्तमान सरकार भी राज्य के विकास के लिए दृढ़ संकल्पित है।
पत्रकारों के सवालों के जवाब में वन मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार का संकल्प है कि वह अपने दोनों विभागों खेल और वन को लेकर बीते वर्ष से और अधिक प्रयास करेगी। जितनी भी योजनाएं और कार्य खेल और वन विभाग ने चलायी हैं। सभी को पूर्ण कर राज्य की जनता को सौंप दिया जाना इस वर्ष में उनका प्रमुख लक्ष्य है। अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए वह नई ऊर्जा के साथ फिर से जुट जाएंगे।
अग्रवाल ने कहा कि राज्य में खेल नीति पहले ही लागू की जा चुकी है। इसके तहत अब वर्ष के शुरूआत के महीनों में ही प्रशिक्षकों के 129 पदों को भरा जाएगा। राज्य के युवाओं को खेलों से जोड़कर शारीरिक, मानसिक विकास के साथ-साथ खेल के क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराए जायेंगे। जिससे युवा सही दिशा में आगे बढे़। खिलाड़ियों के लिए देहरादून में बहुउद्देशीय भवन बनाया जाना इसका संकेत है।
फाॅरेस्ट गार्डों की भर्ती में घपले पर मंत्री ने कहा कि मामले की गहन जांच के आदेश दे दिये गये हैं। सरकारी स्तर से मामले की पूरी जांच करायी जायेगी। फिर भी यदि कोई अभ्यर्थी असंतुष्ट हो तो वह न्यायालय जाने के लिए स्वतंत्र है। वन विकास के सवाल पर अग्रवाल ने कहा कि राज्य में वन्य पशुओं का घनत्व बढ़ा है। राजाजी में हाथियों और कार्बेट में टाइगरों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। वन्य जीवों की बढ़ती संख्या को देखते हुए विभाग द्वारा कई छोटी-छोटी सफारियों की स्थापना की जा रही है।
वन मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री की विशेष इच्छा है कि राज्य में वन पंचायतो का गठन हो जिसके लिए वन विभाग राज्य की महिलाओं को अधिकार देकर सशक्त करने के लिए काम शुरू कर चुका है।
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