लखनऊ, 25 जून | उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन 30 जून को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उन्हें सेवा विस्तार नहीं दिया गया है, जिसे देखते हुए इसकी अटकलें तेज हो गई हैं कि राज्य का अगला मुख्य सचिव कौन होगा? उक्त पद पर नियुक्ति के इच्छुक कुछ अधिकारियों ने लॉबिंग भी शुरू कर दी है। सूत्र बताते हैं कि योग गुरु बाबा रामदेव भी अपने चहेते अधिकारी को मुख्य सचिव बनवाने के लिए जोर लगाए हुए हैं। सूत्रों के अनुसार, आलोक रंजन खुद भी अब अपने सेवा विस्तार के पक्ष में नही हैं। राज्य सरकार की ओर से केंद्र को इस आशय का कोई पत्र भी नहीं भेजा गया है। इसलिए नए मुख्य सचिव को लेकर जोड़तोड़ शुरू हो गई है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “मुझे नहीं लगता की चुनावी वर्ष में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव नए मुख्य सचिव की नियुक्ति मामले में कोई जल्दबाजी करेंगे। वह इस महीने के अंत में परिवार के साथ बाहर जा रहे हैं और जुलाई के पहले सप्ताह में लौटेंगे। इसके बाद ही अगले मुख्य सचिव के नाम पर विचार हो सकता है।”
इस बीच नए मुख्य सचिव बनने की होड़ में वरिष्ठ आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारी संजय अग्रवाल, संजीव सरन, दीपक सिंघल व अनिल कुमार गुप्ता के शामिल होने की बात सामने आ रही है। कहा जाता है कि इन सभी वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों ने अपनी तरफ से जोडतोड़ भी शुरू कर दी है।
सूत्रों का दावा है कि दीपक सिंघल के लिए तो योग गुरु बाबा रामदेव ने भी अपनी ओर से पैरवी की है। उन्होंने कई कद्दावर लोगों से सिंघल को अगला मुख्य सचिव बनाए जाने की गुजारिश की है।
शासन से जुड़े सूत्र बताते हैं कि आलोक रंजन के सेवानिवृत्त होने के बाद फौरी तौर पर उप्र के कृषि उत्पादन आयुक्त (एपीसी) प्रवीर कुमार को मुख्य सचिव का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा जा सकता है और विदेश से लौटने के बाद ही मुख्यमंत्री नए मुख्य सचिव के नाम पर मुहर लगाएंगे। —आईएएनएस
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