उप्र के सिर्फ 53 फीसदी घरों में है एलपीजी : केंद्रीय मंत्री

बलिया, 24 अप्रैल । केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना’ से न सिर्फ गरीबों की जिंदगी बेहतर होगी, बल्कि हर घर धुआंरहित भी होगा। भारत की गरीब महिलाओं को नि:शुल्क एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराने वाली केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का राष्ट्रीय शुभारंभ एक मई को बलिया से होगा।

एक सवाल के जबाब में पेट्रोलियम मंत्री ने यहां कहा कि ग्रामीण इलाके में गरीब तबके के लोगों के पास अभी भी एलपीजी नहीं पहुंची है। आंकड़ों पर गौर करें तो यूपी में एलपीजी सिर्फ 53 प्रतिशत घरों में है, जबकि देश में 61 प्रतिशत।

यही नहीं, ग्रामीण इलाकों की हालत और खराब है, क्योंकि वहां एलपीजी कनेक्शन का प्रतिशत 22 से 23 प्रतिशत ही है। इसको देखते हुए विशेष रूप से गरीबों के घर तक एलपीजी कनेक्शन पहुंचाने के लिए ‘प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना’ का शुभारंभ एक मई को बलिया से प्रधानमंत्री स्वयं करेंगे।

आने वाले तीन साल में 5 करोड़ गरीब महिलाओं को यह लाभ दिया जाना है। शुरुआती वर्ष में डेढ़ करोड़ बीपीएल परिवार की महिलाओं को मुफ्त में यह सुविधा दी जाएगी, जिसमें एक सिलिंडर, एक रेगुलेटर, एक पाइप दिया जाएगा। इसका खर्च भारत सरकार उठाएगी। वर्ष 2016-17 के बजट में दो हजार करोड़ का आर्थिक प्रबंधन किया गया है।

एक सवाल के जबाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में रसोई गैस वितरकों की संख्या 18 हजार है, जबकि अगले दो-तीन माह में 2000 और वितरक बढ़ाए जाएंगे। इसके अलावा आठ हजार नए वितरक केंद्र खुलने की प्रक्रिया चल रही है, ताकि गांव के उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर सहूलियत से मिल सकें।

उन्होंने बताया कि पेट्रोलियम से हुई 50 फीसदी की आय में से 42 प्रतिशत विभिन्न राज्यों को विकास के लिए दिया गया है। महिलाओं के स्वास्थ्य पर केंद्र सरकार का विशेष ध्यान है।

(आईएएनएस/आईपीएन)