लखनऊ, 28 सितम्बर | उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में डेंगू का प्रभाव लगातार फैलता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, केवल लखनऊ में डेंगू से पीड़ित लोगों की संख्या 350 को पार कर गई है, जबकि पूरे प्रदेश में यह आंकड़ा 3,000 तक पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया, “पूरे प्रदेश में डेंगू की वजह से अब तक लगभग 3,303 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। अभी तक 110 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है।”
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, लखनऊ के सिविल अस्पताल में अब तक लगभग 2,217 लोग डेंगू का परीक्षण करवा चुके हैं, जिनमें 701 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई। वहीं, 25 से ज्यादा मरीज गंभीर हालत में सिविल अस्पताल में भर्ती हैं। इसी तरह बलरामपुर अस्पताल में अब तक 4,500 लोगों ने डेंगू का परीक्षण करवाया है, जिसमें 290 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई। 35 मरीज अभी अस्पताल में भर्ती हैं।
अधिकारी ने बताया कि इसी तरह डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 1,780 लोगों ने डेंगू की जांच करवाई, जिसमें प्राथमिक जांच के बाद 424 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई।
डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आला अधिकारियों को प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं, जिसके बाद अधिकारी अस्पतालों का औचक निरीक्षण कर संबंधित चिकित्सकों और कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारियों के निर्वाह को लेकर आगाह कर रहे हैं।
लखनऊ में डेंगू से बचाव को लेकर जागरुकता कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं। अधिकारियों को इस बात की आशंका है कि दीपावली तक डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या में और इजाफा हो सकता है। तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव की वजह से मच्छरों को पनपने में मदद मिल रही है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग इन मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए हर संभव कदम उठा रहा है।
लखनऊ के मुख्य चिकित्साधिकारी एस.एन.एस. यादव के मुताबिक, लखनऊ में कई जगहों पर फॉगिंग कराई जा रही है। शहर के विभिन्न हिस्सों में यह अभियान चलाया जा रहा है, ताकि डेंगू मच्छरों को पनपने से रोका जा सके। डेंगू के ज्यादातर मामले बाहरी इलाकों से आ रहे हैं। डेंगू को लेकर प्रशासन गंभीर है और हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। –आईएएनएस
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