उफ ये गर्मी़….! लैला की अंगुलियां और मजनूं की पसलियां तो बेचनी ही पड़ेंगी।

उफ ये गर्मी़….! लैला की अंगुलियां और मजनूं की पसलियां तो बेचनी ही पड़ेंगी। इलाहाबाद में 11 अप्रैल, 2016 को चिलचिलाती धूप में एक सब्जी वाला सिर पर ककड़ी की एक टोकरी लेकर बाजार की ओर जाता हुआ।