नई दिल्ली, 12 मई )| सीबीआई ने गुरुवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व प्रमुख जी. माधवन नायर से एंट्रिक्स करार मामले में पूछताछ की। इसरो की व्यावसायिक कंपनी एंट्रिक्स और मल्टी मीडिया कंपनी देवास के बीच करार की वजह से इसरो को कथित रूप से 578 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने यहां मुख्यालय में नायर से पांच घंटे से भी अधिक समय तक पूछताछ की।
सीबीआई ने पिछले साल 16 मार्च को बेंगलुरु में प्राथमिकी दर्ज की थी और भारतीय दंड संहिता के की धारा 120 बी (आपराधिक सांठगांठ), 420 (धोखाधड़ी) और भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया था।
जिन लोगों को इन मामले में नामजद किया गया है उनमें एंट्रिक्स के तत्कालीन निदेशक के. आर. श्रीधर मूर्ति, अमेरिका स्थित फोर्ज एडवाइजर्स के अधिकारी एम.जी. चंद्रशेखर और आर. विश्वनाथन, बेंगलुरु स्थित देवास मल्टीमीडिया प्राइवेट लिमिटेड और एंट्रिक्स कार्पोरेशन लिमिटेड, इसरो और अंतरिक्ष विभाग के अनाम अधिकारी शामिल हैं।
एंट्रिक्स-देवास सौदे की वजह से नायर को इसरो का अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा था। जनवरी 2005 में जब यह करार हुआ था नायर तब एंट्रिक्स प्रशासनिक परिषद के अध्यक्ष थे।
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