नई दिल्ली, 11 जनवरी । नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) के अन्तर्गत आने वाले शौचालयों के प्रबंधन का काम अब भिखारी और कूड़ा बीनने वाले संभालेंगे। शौचालय परिसर के अंदर मरम्मत एवं रखरखाव से संबंधित कामकाज को दुरूस्त रखना भी इन्ही की जिम्मेदारी होगी।
एनडीएमसी की पर्यावरण प्रबंधन सेवा समिति विभाग (डीईएमएस) के प्रमुख विजय प्रकाश पांडेय के यहां बताया कि ‘आत्म निर्भर’ योजना के अन्तर्गत एनडीएमसी भिखारियों और कूड़ा बीनने वालों की सहकारी समितियां बनाने में संस्थागत मदद करेगी। सहकारी समितियां बनाने के बाद उन्हें शौचालय चलाने का काम सौंपा जाएगा।
पांडेय ने कहा कि इन लोगों के साथ काम करने वाले एनजीओ की मदद से डीईएमएस सहकारी समितियां स्थापित करेगी, जिन्हें शुरुआत में जेजे क्लस्टर्स में सार्वजनिक शौचालय चलाने की जिम्मेदारी दी जाएगी। बाद में उन्हें अन्य श्रेणी के शौचालयों के रखरखाव से जोड़ा जायेगा ।
उन्होंने कहा कि अगर योजना सफल रहती है तो एनडीएमसी क्षेत्र में घर-घर जाकर कूड़ा उठाने के लिए भी ऐसी योजना का परीक्षण किया जाएगा। पांडेय के मुताबिक शौचालय प्रबंधन के काम की दो महीनों तक कडी निगरानी की जाएगी। योजना के संबंध में प्रयोगकर्ताओं से भी अनुभव लिए जाएंगे । इसके विश्लेषण बाद ही योजना को आगे जारी रखने पर विचार किया जाएगा ।
एनडीएमसी प्रवक्ता अमित कुमार ने बताया कि एनडीएमसी ने भिखारियों एवं कूडा बीनने वालों के सशक्तिकरण के लिए इस तरह की योजना बनायी है । यदि यह प्रयोग सफल रहा तो भिखारियों और कूडा बीनने वालों की स्थिति में बदलाव आएगा । इससे इन लोगों के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे और सरकार को गरीबी हटाने में मदद मिलेगी ।(हि.स.)
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