लखनऊ, 12 जून। उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान मतदाताओं को उनके क्षेत्र के प्रत्याशियों के आपराधिक, आर्थिक व शैक्षिक रिकार्ड की जानकारी एसएमएस के जरिये उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा मतदाताओं को चुनाव की सभी जानकारियां ऑनलाइन भी मिल सकेगी। एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) ने विधानसभा चुनाव के दौरान ‘वॉच डॉग’ की भूमिका निभाने के साथ ही इस काम का जिम्मा लिया है।
एडीआर एलेक्शन वॉच के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिल वर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा, “आगामी विस चुनाव में 40 प्रतिशत विधानसभा क्षेत्रों को मॉडल बनाकर वहां साफ सुथरी छवि के उम्मीदवारों को चुनने व प्रचार में धनबल-बाहुबल को रोकने की रणनीति पर काम किया जाएगा। ‘एडीआर’ के एक लाख वालंटियर चुनाव सुधारों के नारे के साथ प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पदयात्रा निकाल कर लोगों को जागरूक करेंगे।
वर्मा के मुताबिक एडीआर ने देश की छह प्रमुख राजनैतिक पार्टियों को आरटीआई के दायरे में लाने के लिए एक जनहित याचिका दायर की थी, जिस पर सर्वोच्च न्यायालय में अगले महीने सुनवाई होगी।”
मुख्य समन्वयक संजय सिंह के अनुसार इलेक्शन वॉच ने राज्यसभा व विधान परिषद के चुनावों में व्हिप सिस्टम खत्म करने व विधायकों को अपनी पंसद के प्रत्याशी को चुनने की स्वतंत्रता दिए जाने की वकालत की है।
उनका कहना है कि मुख्य चुनाव आयुक्त ने इन दोनों चुनावों में व्हिप सिस्टम खत्म किए जाने की बात करते हुए इन्हें पार्टी लाइन से अलग किए जाने की वकालत की है। साथ ही चुनावों में खुला वोट दिए जाने की बात पर सहमति जताई है। इसके अलावा एडीआर वेबवाइट व ब्लॉग के जरिए विधान सभा चुनाव की सभी जानकारियां मतदाताओं को उपलब्ध कराएगा।
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