नई दिल्ली, 14 अप्रैल | राजधानी दिल्ली में 15 अप्रैल से शुरू होने वाले सम-विषम (ऑड-ईवन) कार नियमों के दौरान नई सेवा बाइक टैक्सी एक कारगर विकल्प साबित हो सकती है।
बाइक टैक्सी को गोवा, बेंगलुरू, मुंबई और गुड़गांव में काफी लोकप्रियता मिल चुकी है। अब इसने दिल्ली में भी पदार्पण किया है। पांच रुपये प्रति किलोमीटर जैसी सस्ती सेवा के कारण यह छात्रों और कार्यालय जाने वालों के लिए काफी कारगर विकल्प बन कर उभर रही है।
फोटोः दिल्ली में ऑड-ईवन के पहले चरण में 1 जनवरी 2016 को इलेक्ट्रिक बाक चलाते सिविक डिफेंस वॉलंटियर्स। (आईएएनएस)
बाइक्सी की सह-संस्थापक दिव्या कालिया ने कहा, “दिल्ली और बेंगलुरू जैसे शहरों में सही सार्वजनिक परिवहन सेवा के अभाव में कहीं आने-जाने में बड़ी समस्या होती है।” कंपनी गुड़गांव में सेवा देती है।
दिव्या ने कहा, “रिक्शा या ऑटो नियमित बाजार का हिस्सा नहीं होने के कारण ग्राहकों से काफी अधिक किराया लेते हैं। उनमें से अधिकतर मीटर से चलते भी नहीं हैं।”
बाइक-टैक्सी या मोटरसाइकिल टैक्सी सेवा ब्राजील, चीन, इंडोनेशिया, थाईलैंड और वियतनाम में काफी कारगर परिवहन साधन बन चुकी है। यह सस्ती भी है और छोटी दूरी के लिए सुविधाजनक भी है।
वनराइडर के संस्थापक राहुल गुप्ता ने कहा, “कुछ साल पहले थाईलैंड जाने पर मुझे बाइक टैक्सी सेवा शुरू करने का विचार मिला। आज वनराइडर में दिल्ली में 70 चालक हैं। अप्रैल अंत तक इसकी संख्या 200 और बढ़ाने की है।”
गुप्ता को अप्रैल में सम-विषम योजनावधि में बाइक टैक्सी सेवा का उपयोग बढ़ने की उम्मीद है।
वनराइडर ने दिल्ली में अपनी सेवा पांच अप्रैल को शुरू की है। कंपनी अगले एक साल में देश के कई महानगरों में इस सेवा का प्रसार करना चाहती है।
एक अन्य कंपनी प्रोम्टो ने जीपीएस प्रणाली लगी इलेक्ट्रिक बाइक-टैक्सी सेवा शुरू की है।
प्रोम्टो के प्रमोटर करण चड्ढा ने आईएएनएस से कहा, “दूसरी सम-विषम योजना से पहले हमने पर्यावरण अनुकूल बाइक टैक्सी सेवा शुरू की है। लांच के बाद से 20 बाइकों के साथ हम रोजाना 150-200 फेरे लगा रहे हैं।”
चड्ढा ने कहा कि अभी इलेक्ट्रिक बाइक टैक्सी का संचालन सिर्फ राजीव चौक मेट्रो स्टेशन के पास से हो रहा है। कंपनी जल्द ही दिल्ली के चार अन्य स्थानों पर भी इस सेवा का प्रसार करना चाह रही है और अपने बेड़े में 60-80 और बाइक शामिल करना चाह रही है। कंपनी सम-विषम योजना के दौरान 30 और इलेक्ट्रिक बाइक शामिल करना चाह रही है।
बाइक टैक्सी सेवा देने वाली अन्य कंपनियों में शामिल हैं राइडजी, उबरमोटो और बैक्सी।
इस संदर्भ में कुछ सवाल भी हैं, जिन पर फैसला लिए जाने की जरूरत है। जैसे, क्या इन बाइकों में दूसरे प्रकार के नंबर प्लेट लगाए जाने चाहिए? क्या इन्हें दूसरे प्रकार के लाइसेंस दिए जाएं? क्या इन पर वाणिज्यिक कर लगाए जाएं?
हितधारकों से हुई बातचीत में उन्होंने आईएएनएस से कहा कि चूंकि दोपहिया वाहनों को सम-विषय की शर्तो में छूट दी गई है, यह माध्यम इस अवधि में एक सुविधाजनक विकल्प साबित हो सकता है।
-पोरिस्मा पोंपी गोगोई
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