ओबामा ने जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को लेकर चेताया

वाशिंगटन, 19 जून | अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने चेताया है कि जलवायु परिवर्तन का प्रभाव देश भर के राष्ट्रीय उद्यानों में अब साफ महसूस किया जा रहा है। एफे न्यूज की खबर के अनुसार, कैलिफोर्निया के योजमाइट राष्ट्रीय उद्यान में शनिवार को ओबामा ने कहा कि प्राकृतिक संसाधन जलवायु परिवर्तन की सबसे बड़ी चुनौती का सामना कर रहे हैं।

यह पार्क सर्वाधिक लोकप्रिय प्राकृतिक अभयारण्यों में से एक है।

ओबामा ने सेंटिनल ब्रिज से कहा, “कोई गलती न करें। जलवायु परिवर्तन अब केवल एक खतरा नहीं रहा। यह वास्तवितकता बन गया है।”

सेंटिनल ब्रिज दुनिया के सबसे ऊंचे जल प्रपात में से एक लोअर योजमाइट फाल्स के सामने है। यहां 740 मीटर से पानी नीचे गिरता है।

उन्होंने कहा, “यहां योजमाइट में धाराएं सूख रही हैं। पक्षी उत्तर की ओर जा रहे हैं। पहाड़ी क्षेत्र के स्तनपाई जीव ऊंचे तापमान से बचने के लिए और ऊपर की ओर जा रहे हैं। योजमाइट का सबसे बड़ा ग्लेशियर लगभग विलुप्त हो चुका है।”

ओबामा ने यह भी याद दिलाया कि आग का मौसम बढ़ता जा रहा है और सबसे खर्चीला होता जा रहा है। समुद्र का बढ़ता जलस्तर किसी दिन फ्लोरिडा के एवरग्लेड्स नेशनल पार्क को बर्बाद कर देगा और यह न्यूयार्क स्थित ‘स्टैचू ऑफ लिबर्टी’ के लिए भी चेतावनी है।

उन्होंने कहा, “ये जगहें जो हमारी स्मृतियों में अंकित हैं, वे हो सकता है कि क्षतिग्रस्त हो जाएं या हमेशा के लिए खत्म हो जाएं। इसलिए इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है।”

ह्वाइट हाउस के अनुसार 2015 में 30 करोड़ 50 लाख से अधिक लोगों ने अमेरिका के राष्ट्रीय उद्यानों का दौरा किया। पर्यटक राजस्व के रूप में 1 करोड़ 69 लाख डॉलर मिले थे।

ओबामा और उनके परिवार ने शुक्रवार को न्यू मैक्सिको स्थित चार्ल्सबेड कैवर्न्‍स नेशनल पार्क का भी दौरा किया।

नेशनल पार्क सर्विस के बनने के शताब्दी समारोह में अगस्त में एक समारोह होगा। इसके लिए ओबामा ने नेशनल जियोग्राफिक वर्चुअल रियलिटी वीडियो की रिकार्डिंग में भी हिस्सा लिया।

ह्वाइट हाउस के मुताबिक ओबामा पहले राष्ट्रपति हैं जिन्होंने समारोह को ऐसा सम्मान दिया है।