ओमिक्रोन वेरियंट के लक्षण समाज के सभी वर्गों में मौजूद है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि 324 कोविड के सेंटिनल सिक्वेंसी पॉजिटिव नमूनों से पता चला है कि ओमिक्रोन वेरियंट के लक्षण समाज के सभी वर्गों में मौजूद है।
ओमिक्रोन वेरियंट की मौजूदगी का जिन क्षेत्रों मेंपता चला है वहां से किसी के मरने अथवा इसके संक्रमण की कोई खबर नहीं है।
सेंटिनल सीक्वेंसिंग देश भर में चल रही निगरानी गतिविधि है।
मंत्रालय ने कहा, एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) प्रहरी साइटों ने पिछले साल 29 दिसंबर से इस महीने की 7 तारीख तक 22 भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम प्रयोगशालाओं में अनुक्रमण के लिए इन COVID-19 सकारात्मक नमूनों को भेजा।
इसमें कहा गया है कि जिन क्षेत्रों में इन प्रकारों का पता चला है, वहां कोई मृत्यु दर या संचरण में वृद्धि की सूचना नहीं मिली है।
मंत्रालय ने पिछले महीने की 24 तारीख से विभिन्न हवाईअड्डों पर पहुंचने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का औचक परीक्षण शुरू किया है।
तब से अब तक विभिन्न हवाईअड्डों से 13 लाख 57 हजार से अधिक अंतरराष्ट्रीय यात्री भारत आ चुके हैं। जिनमें से 29 हजार से अधिक रैंडम रूप से चयनित यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच की गई।
यात्रियों के कुल 183 नमूने पॉजिटिव पाए गए जिन्हें बाद में पूरे जीनोम अनुक्रमण के लिए 13 प्रयोगशालाओं में भेजा गया।
मंत्रालय ने कहा, 50 नमूनों की सीक्वेंसिंग से रिकॉम्बिनेंट वेरिएंट सहित ओमिक्रॉन और ओमिक्रॉन सब-लाइनेज का पता चला।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सरकार आईडीएसपी नेटवर्क के माध्यम से विभिन्न राज्यों में कोविड-19 की स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है, विशेष रूप से संक्रमण के प्रसार और अस्पताल में भर्ती होने की प्रवृत्ति पर।