महेंद्र वेद===
अकरा (घाना), 13 जून | तीन अफ्रीकी देशों की अपनी यात्रा में रविवार को यहां पहुंचे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अमेरिका के ओरलैंडो हत्याकांड पर दुख जताते हुए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए समन्वित वैश्विक प्रयासों पर जोर दिया है। इस आतंकवादी घटना में 50 लोगों की मौत हो गई है।
मुखर्जी ने कहा कि वह ‘फ्लोरिडा के ओरलैंडो में एक समलैंगिक बार में हुई हत्याओं को लेकर अचंभित और बेहद दुखी हैं।’
भारतीय राष्ट्रपति ने कहा, “यह घटना एक और भयानक चेतावनी है कि दुनिया को आतंकवाद के नासूर, उसके अपराधियों और इसे बढ़ावा देने वालों से लड़ने के लिए तत्काल और व्यापक रूप से साथ आना चाहिए।”
राष्ट्रपति ने कहा, “भारत आतंकवाद की हर रूप में निंदा करता है। हम मानते हैं कि हिंसा के इस प्रकार के मूर्खतापूर्ण कृत्यों का कोई औचित्य नहीं हो सकता।”
मुखर्जी का घाना के नेतृत्व को दिया गया संदेश भी इसी तर्ज पर था। उन्होंने आतंकवाद से कहीं भी प्रभावित होने वाले अफ्रीकियों के प्रति भी एकजुटता दर्शाई।
राष्ट्रपति जॉन द्रमनी माहमा द्वारा उनके सम्मान में आयोजित समारोह में मुखर्जी ने कहा कि पिछले तीन दशकों से इस ‘वैश्विक खतरे’ का शिकार रहा भारत मानता है कि आतंकवाद किसी धर्म, किसी विचारधारा को नहीं मानता।
मुखर्जी ने अफ्रीकी देशों के बीच और भारत के साथ सहयोग बढ़ाने में घाना की भूमिका की सराहना की। माहमा ने पिछले साल भारत-अफ्रीका मंच के तृतीय संस्करण में इस बात को रेखांकित किया था।
भारतीय राष्ट्रपति ने घाना को निम्न-मध्य आय वर्ग से ऊपर उठाकर अफ्रीका की एक प्रमुख अर्थव्यवस्था बनाने पर देश के नेतृत्व को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि भारत और घाना का एक जैसा इतिहास रहा है।
उन्होंने अफ्रीकी प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए आर्थिक और विकासशील गतिविधियों की पूर्ण श्रृंखला में भारतीय निवेश और सहायता की पेशकश की।
अकरा में कई करार पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। मुखर्जी यहां भारतीय समुदाय के 10,000 सदस्यों और उद्यमियों के साथ बातचीत करेंगे।
मुखर्जी तीन देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में रविवार को यहां पहुंचे थे। यहां से वह आइवरी कोस्ट और नामीबिया जाएंगे। –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
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