कई एथलीटों के ओलम्पिक फाइनल तक पहुंचने की उम्मीद : अंजू बॉबी जॉर्ज

नई दिल्ली, 19 जुलाई | ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में अगले माह शुरू हो रहे ओलम्पिक खेलों में हिस्सा लेने वाले भारतीय एथलीटों को शुभकामनाएं देते हुए भारत की दिग्गज एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि कई एथलीट अपनी-अपनी प्रतिस्पर्धा के फाइनल तक पहुंचने में कामयाब होंगे।

रियो ओलम्पिक-2016 के लिए क्वालीफाई करने वाले भारत के 121 खिलाड़ियों में 36 एथलीट शामिल हैं। इनमें चार गुणा 400 मीटर रिले रेस की पुरुष टीम भी शामिल है।

अंजू ने यहां आईएएनएस को बताया, “एथलेटिक्स में पदक जीत पाना काफी मुश्किल है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि बहुत से भारतीय खिलाड़ी अपनी-अपनी स्पर्धाओं के फाइनल तक पहुंचेंगे। मुझे आशा है कि कई खिलाड़ी ऐसा कर पाएंगे। हालांकि, 2024 तक हम पदक तक पहुंच सकते हैं।”

पेरिस में 2003 में आयोजित हुए विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में लंबी कूद स्पर्धा में कांस्य पदक जीत कर इतिहास रचने वाली अंजू ने कहा कि उन्हें चार गुणा 400 मीटर रिले रेस की पुरुष और महिला टीम के साथ-साथ दुती चंद से काफी आशाएं हैं।

दुती चंद भारत की ऐसी पहली महिला एथलीट हैं, जिन्होंने ओलम्पिक खेलों में 36 साल में पहली बार 100 मीटर रेस के लिए क्वालीफाई किया है।

अंजू ने कहा कि उन्हें दुती से काफी आशा है। एंड्रोजेन बढ़ाने वाली औषधि का सेवन करने के आरोप में अंतर्राष्ट्रीय एथलेटिक्स संघ (आईएएएफ) द्वारा लगाया गया प्रतिबंध झेलने के बाद ओडिशा की धाविका दुती ने एक बार फिर ट्रैक पर वापसी की है।

दुती से पहले 1980 में भारत की उड़न परी पी. टी. ऊषा ने मॉस्को ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई किया था।

अंजू ने कहा, “दुती दूसरी एथलीट हैं, जिनसे उन्हें काफी आशा है। पुरुष और महिला वर्ग में 100 मीटर की फर्राटा दौड़ काफी मुश्किल है, लेकिन ओडिशा की धाविका अपनी परेशानियों को पीछे छोड़ने में सक्षम हो गई हैं और निश्चित तौर पर रियो ओलम्पिक में अच्छा प्रदर्शन करेंगी।”

दिग्गज एथलीट ने यह भी कहा कि पहले की अपेक्षा अब भारतीय खिलाड़ियों की स्थिति में काफी परिवर्तन हुआ है। उन्होंने कहा कि आज के समय में खिलाड़ियों को सरकार का काफी समर्थन मिल रहा है और उन्हें 2024 में स्थिति में और अंतर दिखने की उम्मीद है।

अंजू ने कहा, “हमारे समय में खिलाड़ियों के पास सीमित सुविधाएं थीं, लेकिन आज खिलाड़ियों को यूरोप और अमेरिका में प्रशिक्षण लेने तथा प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने का अवसर मिलता है। वे खेल के असली स्तर का अनुभव हासिल कर सकते हैं।”

–आईएएनएस