नई दिल्ली, 3 मार्च (जनसमा)। करौली-धौलपुर सांसद डाॅ0 मनोज राजोरिया ने देश के कपास उत्पादक किसानों के कल्याण हेतु कदम उठाए जाने की आवश्यकता के बारे मेें नियम 377 के तहत संसद में मुद्दा उठाया।
डाॅ. राजोरिया ने कहा कि केन्द्र सरकार का ध्यान देश में आत्महत्या कर रहे कपास उत्पादक किसानों की तरफ आकर्षित कराना चाहता हूँ। समय के साथ जनसंख्या बढ़ने के साथ साथ कृषि लायक जमीनों पर दबाव काफी बढ़ रहा है और साथ ही प्रति व्यक्ति जोतों का आकार भी काफी कम हुआ है।
उन्होंने वस्त्र राज्य मंत्री का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि वे प्रचलित पारम्परिक हस्तशिल्पों का सर्वे तथा अध्ययन कराएं तथा किसानों को संगठित रूप से सुविधाएं मुहैया कराई जाएं जिससे वह घर बैठकर हस्तशिल्प का उत्पादन कर सकें।
डाॅ. राजोरिया ने कहा कि हस्तशिल्पियों को सस्ते दर पर ऋण उपलब्ध करवाएं तथा उन्हें अपने उत्पादकों को बेचने के लिए मार्किट लिकेंज भी उपलब्ध करवाएं जिससे कृषि क्षेत्र पर आधारित जनसंख्या का दबाव कम हो सके तथा लोगों को आजीविका के अन्य विकल्प मिल सकें। इससे किसानों को मौसम की अस्थिरता की मार को भी नहीं झेलना पडेगा।
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