श्रीनगर, 20 जुलाई | कश्मीर घाटी में अलगाववादियों द्वारा बंद के मद्देनजर बुधवार को लगातार 13वें दिन भी कर्फ्यू जारी है, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि कानून एवं व्यवस्था को बनाए रखने के लिए बुधवार को लगातार 13वें दिन भी घाटी के कई हिस्सों में कर्फ्यू जारी रहेगा।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “घाटी में मंगलवार को कहीं भी कोई बड़ी झड़प नहीं हुई और स्थिति शांत बनी रही।”
स्थानीय समाचार पत्रों के संपादकों ने मंगलवार को प्रकाशन दोबारा शुरू करने के लिए सरकार से लिखित में आश्वासन की मांग की है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के सलाहकार अमिताभ मट्टू ने मंगलवार को यह कहा था कि घाटी में समाचार पत्रों के प्रकाशन पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
घाटी में मंगलवार को पांचवें दिन भी समाचार पत्रों का प्रकाशन नहीं हुआ।
श्रीनगर के जिला न्यायाधीश फारुख अहमद लोन ने आईएएनएस को बताया कि उन्होंने समाचार पत्रों के प्रकाशन पर प्रतिबंध का कोई आदेश नहीं दिया।
संपादकों का कहना है कि वे आगे की गतिविधियां निर्धारित करने के लिए दोपहर को उनसे एक बार फिर मुलाकात करेंगे।
घाटी में बुधवार को नौंवे दिन भी सभी मोबाइल फोन पर इंटरनेट कनेक्टिविटी बाधित रही।
हिजबुल कमांडर बुरहान वानी और उसके दो सहयोगियों की सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मौत के बाद से ही हिसा का माहौल है। इसमें 45 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें 43 नागरिक और दो पुलिसकर्मी हैं।
भारत संचार निगम लि. (बीएसएनएल) के पोस्ट-पेड सेल फोन पर सीमित कॉल सेवा दी जारी है।
प्रशासन ने घाटी में स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय 25 जुलाई तक बंद रखे हैं।
घाटी के बारामूला से जम्मू क्षेत्र के बनिहाल के बीच रेल सेवाएं 13वें दिन भी बंद हैं।
घाटी में हिंसा की वजह से सभी सामान्य गतिविधियां बाधित हैं। इस दौरान तय शादियां भी रद्द कर दी गई हैं।(आईएएनएस)
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