अहमदाबाद, 4 मई | स्पाइसेस बोर्ड ने गुजरात में कांडला पोर्ट पर अत्याधुनिक गुणवत्ता मूल्यांकन प्रयोगशाला (क्यूईएल) की स्थापना की है। इस प्रयोगशाला की मदद से निर्यातकों और ग्राहकों को यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि उनके उत्पाद अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा कर रहे हैं या नही। देश भर में स्पाइसेस बोर्ड द्वारा स्थापित यह सातवीं प्रयोगशाला है। इस प्रयोगशाला में मसाला और मसाला उत्पादों में विभिन्न मानकों की जांच के लिए नवीनतम मशीनरी और उपकरण उपलब्ध हैं। गुणवत्ता मूल्यांकन प्रयोगशाला (क्यूईएल) का कल (बुधवार, 4 मई) उद्घाटन किया जा रहा है ।
इसे 9.9 करोड़ रुपये की लागत में कांडला पोर्ट ट्रस्ट द्वारा आवंटित भूमि के 40 सेंट (लगभग 1,618 वर्ग मीटर) से अधिक क्षेत्र में स्थापित किया गया है। इसमंे निर्यात के ढांचागत विकास के लिए राज्यों को सहायता (एएसआईडीई) योजना के तहत केंद्र सरकार ने 4.98 करोड़ रुपये की मदद दी है।
स्पाइसेस बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. ए. जयतिलक ने कहा, “हमारा दीर्घकालिक दृष्टिकोण भारत को वैश्विक मसाला बाजार के औद्योगिक, खुदरा और खाद्य सेवा क्षेत्रों में स्वच्छ, सुरक्षित और सस्ते मसालों और जड़ी बूटियों का एक अंतरराष्ट्रीय प्रसंस्करण हब बनाना और प्रमुख आपूर्तिकर्ता का दर्जा दिलाना है।”
उन्होंने कहा, “मसालों और मसाला उत्पादों की गुणवत्ता को वैश्विक मानकों के अनुरूप सुनिश्चित करने का काफी महत्व है। यही वजह है कि हमने देश में सभी प्रमुख उत्पादक / निर्यातक केन्द्रों में इन प्रयोगशालाओं की स्थापना प्राथमिकता के आधार पर की हैं।”
डॉ. जयतिलक ने कहा कि नयी गुणवत्ता मूल्यांकन प्रयोगशाला (क्यूईएल) से उंझा / कांडला क्षेत्र में निर्यातकों और ग्राहकों को काफी सहुलियत होगी।
स्पाइसेस बोर्ड की पहली गुणवत्ता मूल्यांकन प्रयोगशाला 1989 में कोच्चि में स्थापित की गयी थी। उसके बाद क्षेत्रीय गुणवत्ता मूल्यांकन प्रयोगशालाओं को मुंबई (2008), गुंटूर (2010), चेन्नई (2011), नई दिल्ली (2012) और तूतीकोरिन (2013) सहित प्रमुख उत्पादन और निर्यात केन्द्रों में स्थापित किया गया।
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