नई दिल्ली, 31 जनवरी (जनसमा)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कहना है कि देश के किसानों को प्राकृतिक आपदा आदि से बचाने का एकमात्र उपाय है ‘फसल बीमा’ योजना और अधिक से अधिक किसानों को इससे परिचित कराया जाना चाहिए।
‘हमारे देश में किसानों के नाम पर बहुत-कुछ बोला जाता है, बहुत-कुछ कहा जाता है। खैर, मैं उस विवाद में उलझना नहीं चाहता हूं । लेकिन किसान का एक सबसे बड़ा संकट है, प्राकृतिक आपदा में उसकी पूरी मेहनत पानी में चली जाती है। उसका साल बर्बाद हो जाता है।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘ उसको सुरक्षा देने का एक ही उपाय अभी ध्यान में आता है और वह फसल बीमा योजना है। 2016 में भारत सरकार ने एक बहुत बड़ा तोहफा किसानों को दिया है – प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना। ’’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखते हुए वर्ष 2016 के पहले और मन की बात के 16वें संस्करण में स्वच्छता अभियान में देशवासियों के योगदान की सराहना की।
स्टार्ट अप कार्यक्रम की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ये योजना सिर्फ़ सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र तक सीमित नहीं है बल्कि यह हर क्षेत्र के लिए है।
उन्होंने अपने मन की बात में लोगों को प्रतिक्रियाएं देने का भी आग्रह किया और लोगों से उनसे जुड़ने को कहा।
उन्होंने कहा कि इतने सालों से फसल बीमा की चर्चा हो रही है, लेकिन देश के 20-25 प्रतिशत से ज्यादा किसान उसके लाभार्थी नहीं बन पाए हैं, उससे जुड़ नहीं पाए हैं। ‘‘ क्या हम संकल्प कर सकते हैं कि आने वाले एक-दो साल में हम कम से कम देश के 50 प्रतिशत किसानों को फसल बीमा से जोड़ सकें?
प्रधानमंत्री ने कहा कि खादी एक राष्ट्रीय प्रतीक और युवा पीढ़ी के आकषर्ण का केंद्र बन गया है। इसके जरिये भारतवासियों को स्वाबलंबी बनाने के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सपने को उनकी सरकार आगे बढ़ा रही है और विभिन्न सरकारी संस्थान आगे बढ़कर खादी के उत्पादों का उपयोग कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “खादी में देश के करोड़ों लोगों को रोजगार देने का सामर्थ्य है। यह अब देश के युवाओं की पसंद और पहचान बन गई है।”
मोदी ने कहा, “अगर पूरा देश हर साल 30 जनवरी की सुबह 11 बजे एक साथ मौन रखे, तो आप उस एक पल में उत्पन्न होने वाली ऊर्जा की कल्पना कर सकते हैं। इसे आदत बना लेना चाहिए।”
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