मुंबई, 10 अप्रैल | कुंगफू मास्टर जैकी चैन यह सुनकर हैरान हो गए, जब उन्होंने सुना कि कुंगफू भारत की कला है। चीनी कलाकार चैन का पूरा करियर इसी कुंगफू की देन है। उन्हें ताज्जुब हो रहा है कि जिस कला को वह चीन की देन समझ रहे थे, असल में वह पड़ोसी मुल्क भारत की खोज है। जैकी चैन दो दिन पहले ही भारत से अपने देश लौटे हैं। वह फिल्म ‘बागी’ की शूटिंग के सिलसिले में राजस्थान के कई लोकेशनों पर सात दिनों तक व्यस्त थे। इसी दौरान उन्हें अभिनेता टाइगर श्रॉफ के एक बयान से पता चला कि कुंगफू भारत की देन है। साथ ही उन्हें यह भी बताया गया कि भारतीय बौद्ध संत बोधिधर्मा ने मार्शल आर्ट की इस पुरानी विधा कुंगफू की खोज की थी।
पांचवीं सदी के आसपास बोधिधर्मा बौद्ध धर्म का प्रचार करने हिमालय की दूसरी ओर गए। वह चीन के संघाई में ही बस गए और वहां के लोगों को कुंगफू विधा में दक्ष बनाया।
फिल्म यूनिट से जुड़े कुछ लोगों के मुताबिक, जैकी श्रॉफ के बेटे टाइगर से ये बातें सुनकर जैकी चैन पूरे दिन फिल्म के सेट पर विचलित दिखे। उन्होंने अपने क्रू से लेकर कई करीबी दोस्तों और प्रियजनों को फोन लगाकर ये बातें बताईं। कभी ताज्जुब करते हुए, तो कभी हंसते हुए, मानो टाइगर की ये बातें उन्हें हजम नहीं हुईं।
चैन बैचैन इसलिए हो गए, क्योंकि उन्हें अब यह अहसास हुआ कि लगभग आधी जिंदगी उन्होंने इस मुगालते में ही बिता दी कि चीन ने विश्व को कुंगफू दिया। चैन का परेशान होना लाजमी है, क्योंकि कुंगफू के एम्बेस्डर या उसकी परछाई लोग जैकी चैन को ही मानते हैं।
सूत्रों की मानें तो जैकी चैन कुंगफू के भारत कनेक्शन पर रिसर्च कर सकते हैं। फिलहाल टाइगर के गुरु ग्रैंड मास्टर शिफूजी शौर्य भारद्वाज भी चैन की बेचैनी दूर कर सकते हैं।(आईएएनएस)
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