नई दिल्ली, 14 अक्टूबर | केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि कुछ देश आतंकवाद का इस्तेमाल राष्ट्र नीति के तौर पर कर रहे हैं। ऐसे देशों के खिलाफ दुनिया को एकजुट होना चाहिए। राष्ट्रीय राजधानी में ऑल इंडिया क्रिश्चियन काउंसिल (एआईसीसी) की बैठक में राजनाथ ने कहा, “कुछ देश आतंकवाद का इस्तेमाल राष्ट्र नीति के तौर पर कर रहे हैं। उन देशों को अलग-थलग किया जाना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “देशों के बीच विचारों या मुद्दों पर मतभेद हो सकते हैं, जिन्हें वार्ता की मेज पर बातचीत के द्वारा हल किया जा सकता है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि असंतुष्ट बातचीत के बजाय बंदूक उठा लें।”
भारत को दुनिया के लिए ‘सहिष्णुता के विश्वविद्यालय’ का नाम देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, “आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, लेकिन फिर भी कुछ लोग दोनों को जोड़ने के प्रयास में लगे हैं।”
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, “भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और यहां धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए।”
राजनाथ ने इस बात को दोहराया कि भारत इतिहास के दौरान विश्व के सभी प्रमुख धर्मों का संगम रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार शरारती तत्वों और अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखेगी और देश में लगातार कानून का शासन बनाए रखेगी। –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
Follow @JansamacharNews