‘कुछ लोगों की उम्र तो बढ़ती है लेकिन समझ नहीं बढ़ती’ : मोदी

नई दिल्ली, 03 मार्च (जनसमा)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी का बिना नाम लिए कहा “कुछ लोगों की उम्र तो बढ़ती है लेकिन समझ नहीं बढ़ती ।”

प्रधानमंत्री  ने कहा “हम कोई भी नई योजना लाएं, नए तरीके से लाएं तो कुछ लोगों को उम्र तो बढ़ती है लेकिन समझ नहीं बढ़ती है तो समझने में बड़ी देर लगती है। कुछ लोगों का ऐसा रहता है…. और इसलिए चीजें समझने में बड़ा समय लगाते हैं और समय बीतने के बाद भी चीजें समझ नहीं पाते हैं। और इसलिए अच्छा रहता है कि विरोध करें।”

उन्होंने गुरूवार को लोकसभा में राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर परोक्ष कटाक्ष करते हुए  कहा, ‘‘सदन को रोकने के संबंध में, हो हल्ला करके, काम में रुकावट करने से एक सार्वजनिक चर्चा नहीं हो पाती और यह होता है कि हम लोग कहेंगे कि वह हमको काम करने नहीं देते, वह कहेंगे कि सरकार हमको सुनती नहीं है।”

उन्होंने कहा “किसी को लगता है कि देखो हमने दिखा दी हमारी ताकत, भले ही हम कम हैं लेकिन… यह सब चल रहा है। लेकिन एक और बात है जिस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। यह सदन क्यों नहीं चलने दिया जाता है? इसलिए नहीं कि सरकार के प्रति रोष है, एक ‘हीन भावना’ के कारण नहीं चलने दिया जाता। क्योंकि विपक्ष में भी ऐसे होनहार सांसद हैं, ऐसे तेजस्वी सांसद हैं, अब मैं मानता हूं कि उनको सुनना, उनके विचार अपने आप में एक बहुत बड़ी सम्पत्ति है लेकिन अगर सदन चलेगा तो उनको बोलने का अवसर मिलेगा, अगर वो बोलेंगे तो उनकी बहुत जय-जयकार होगी, तब हमारा क्या होगा, यह चिंता सताती है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा “यही कारण है कि विपक्ष के सामर्थ्यवान सांसद न बोल पाएं, विपक्ष के सामर्थ्यवान सांसदों की प्रतिभा का परिचय देश को न हो, इसलिए यह सरकार को रोकने वाली बात तो अपनी जगह पर है लेकिन विपक्ष में कोई ताकतवर बनना नहीं चाहिए, कोई होनहार नहीं दिखना चाहिए, यह हीन भावना का परिणाम है।”

” मैंने देखा कि कितने तेजस्वी लोग हैं हमारे पास, कितने शानदार विचार रखते हैं, पिछले दो सदन में उनका कोई लाभ ही नहीं मिला। और इसलिए मैं समझता हूं कि यह बहुत आवश्यक है। “

उन्होंने कहा ” किसी का मज़ाक नहीं उड़ाना चाहिए। ‘मेक इन इंडिया’ का मज़ाक उड़ा रहे हैं। यह मेक इन इंडिया देश के लिए है। हां, सफल नहीं हो रहा तो सफल होने के लिए क्या करना चाहिए, सफल होने में क्या कमियां हैं, उसकी चर्चा होनी चाहिए।”