केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार गिरफ्तार

नई दिल्ली, 4 जुलाई | केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार एवं चार अन्य को भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों में वैट विभाग के पूर्व सहायक निदेशक तरुण शर्मा भी शामिल हैं। सीबीआई ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें राजेंद्र कुमार और शर्मा के अलावा एंडेवर सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के दो निदेशक संदीप कुमार एवं दिनेश कुमार गुप्ता एवं एक अन्य व्यक्ति अशोक कुमार हैं।

सीबीआई ने पिछले साल 14 दिसंबर को राजेंद्र कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। कुमार पर एंडेवर सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को ठेका देने के लिए अपने सरकारी पद का दुरुपयोग करने का आरोप है।

दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा का हवाला देते हुए सीबीआई ने प्राथमिकी में छह अन्य लोगों को भी नामजद किया था।

जिन अन्य लोगों को इस मामले में नामजद किया गया है कि उनमें इंटेलिजेंट कम्युनिकेशन सिस्टम इंडिया लिमिटेड (आईसीएसआईएल) के पूर्व निदेशक ए. के. दुग्गल और जी. के नंदा, आईसीएसआईएल के वर्तमान प्रबंधन निदेशक आर. एस. कौशिक और एंडेवर सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के गिरफ्तार किए गए दो निदेशक हैं।

प्राथमिकी के अनुसार, राजेंद्र कुमार एंडेवर सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी को वर्ष 2007 से ही उपकृत कर रहे थे। उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करके 9.5 करोड़ की निविदाओं को उसके पक्ष में करने में मदद की।

सीबीआई का यह भी दावा है कि भ्रष्टाचार निरोधक कानून के आपराधिक षड्यंत्र के आरोपों के तहत प्राथमिकी दर्ज करने से पहले उसने अपने सूत्रों के जरिए आरोपों की पुष्टि की।

सीबीआई ने कहा है कि कुमार के दफ्तर से जो दस्तावेज जब्त किए गए हैं, उनमें प्रथम दृष्टया आरोपियों के आपराधिक षड्यंत्र, आपराधिक कदाचार एवं सरकारी पद के दुरुपयोग की झलक मिलती है।

सीबीआई ने पिछले वर्ष 15 दिसंबर को दिल्ली सचिवालय स्थित कुमार के कार्यालय पर छापेमारी की थी।

इस छापे ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले के लिए भड़का दिया था। उसके बाद उन्होंने ट्वीट कर प्रधानमंत्री को मनोरोगी करार दिया था और कहा था कि सीबीआई की छापेमारी के असली लक्ष्य वह खुद थे।

केजरीवाल ने ट्वीट किया था, “जब मोदी मुझे राजनीतिक तरीके से नियंत्रित नहीं कर सके तो उन्होंने कायरता का सहारा लिया। मोदी कायर एवं मनोरोगी हैं।”

–आईएएनएस