तिरूवनंतपुरम, 25 मई | मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के पोलित ब्यूरो सदस्य पिनाराई विजयन ने बुधवार को यहां सेंट्रल स्टेडियम मैदान में केरल के 22वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। केरल के राज्यपाल पी.सतशिवम ने 18 कैबिनेट मंत्रियों को भी शपथ दिलाई, जिनमें माकपा के 11, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के चार, कांग्रेस (सेक्यूलर) के एक, जनता दल (सेक्यूलर) के एक तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के एक मंत्री शामिल हैं।
ऐसा दूसरी बार हो रहा है, जब शपथ ग्रहण समारोह परंपरागत रूप से राजभवन में न होकर उसके बाहर आयोजित हुआ।
साल 2006 में वी.एस.अच्युतानंदन ने शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन सेंट्रल स्टेडियम में कराने का फैसला लिया था। समारोह में जनता की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने यह फैसला लिया था।
राज्य में 16 मई को हुए चुनाव में माकपा नेतृत्व वाली लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) ने कुल 140 सीटों वाली राज्य विधानसभा में 91 सीटों पर जीत दर्ज की। इस जीत के साथ ही ओमन चांडी की कांग्रेस नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार सत्ता से बाहर हो गई।
शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवगौड़ा, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, पूर्व महासचिव प्रकाश करात, अच्युतानंदन, चांडी तथा सुपरस्टार ममूटी समेत कई लोग उपस्थित थे।
इस दौरान शीर्ष धार्मिक नेता, संस्कृति जगत की प्रमुख हस्तियां व अन्य क्षेत्रों के लोग भी इस समारोह के साक्षी बने। एक अनुमान के मुताबिक, इस समारोह में लगभग 30 हजार लोग मौजूद थे, वहीं सैकड़ों लोग जिन्हें अंदर जगह नहीं मिल पाई, उन्होंने बाहर लगी एलईडी स्क्रीन पर शपथ ग्रहण समारोह देखा।
राजधानी स्थित राज्य माकपा कार्यालय में भीड़भाड़ रही और पार्टी के समर्थक गदगद दिखे।
एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति ने कहा, “मैं पिनाराई विजयन का पड़ोसी हूं। हमारे गांव में उत्साह का माहौल है। हमारे गांव से कुछ लोग अपने नेता के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने आए हैं।”
चुनाव से पहले राज्य में बदलाव की वकालत करने वाले फिल्म निर्माता रंजीत ने आयोजन स्थल पर संवाददाताओं से कहा कि अब बदलाव हो चुका है।
रंजीत ने कहा, “मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के नेतृत्व वाली नई सरकार से लोगों को बड़ी आशाएं हैं और हम उम्मीद करते हैं कि ये पूरी होंगी।”
एक अन्य मशहूर फिल्म निर्माता व अभिनेता रंजी पनिकर ने कहा कि नई सरकार निश्चित तौर पर केरल को विकास के सही पथ पर अग्रसर करेगी, जो पिछली सरकार के दौरान नहीं हो पाया था।
शपथ लेने वाले माकपा के मंत्रियों में थॉमस आईजैक, ए.के.बालन, जी.सुधाकरन (तीनों अच्युतानंदन सरकार में भी मंत्री थे), ई.पी.जयराजन, के.के.शैलजा, कदकंपली सुरेंद्रन, ए.सी.मोईदीन, टी.पी.रामाकृष्णन, जे.मर्सीकुट्टी अम्मा, सी.रवींद्रनाथ तथा के.टी.जलील शामिल हैं।
भाकपा के सभी चार मंत्री -ई.चंद्रशेखरण, वी.एस.सुनील कुमार, पी.तिलोथामन तथा के.राजू पहली बार मंत्री बने हैं।
शपथ लेने वाले अन्य मंत्रियों में टी.थॉमस (जद-एस), कदनापल्ली रामचंद्रण (कांग्रेस-एस) तथा ए.के.शशिंद्रन हैं।
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