जयपुर, 4 फरवरी। राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा है कि कैंसर रोगियों की बढ़ती संख्या को दृष्टिगत रखते हुए कैंसर के प्रारंभिक लक्षणों से आमजन को जागृृत करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जीवन शैली में परिवर्तन कर 60 प्रतिशत मामलों में कैंसर की रोकथाम की जा सकती है।
राठौड़ गुरूवार अपराह्न स्वास्थ्य भवन में विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर कैंसर की जानकारी देने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से बनाये गये पोस्टर्स, डॉ. संगीता सक्सैना द्वारा लिखित पुस्तिका ‘स्तन कैंसर डऱे नहीं, लड़ें’ का विमोचन किया एवं स्वास्थ्य विभाग के सूचना प्रौद्योगिकी इकाई द्वारा बनाये गये ई-गैलरी का शुभारंभ किया।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि कैंसर की रोकथाम के लिए तंबाकू व नशा मुक्त जीवन, स्वस्थ खानपान एवं नियमित व्यायाम आवश्यक माना जाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर व सर्वाइकल कैंसर बहुत तेजी से फैल रहा है। अनुमान के अनुसार भारत में कैंसर से 34 प्रतिशत की मृत्यु तम्बाकू के सेवन से हो रही है।
राठौड़ ने बताया कि कैंसर से पीडि़त महिलाओं में 27 प्रतिशत स्तन कैंसर एवं 23 प्रतिशत बच्चेदानी के कैंसर से पीडि़त हैं। अज्ञानता के कारण 37 प्रतिशत से अधिक लोग कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को प्रांरभिक अवस्था में नहीं पहचान पाते हैं। उन्होंने बताया कि विश्व में लगभग 2 करोड लोग कैंसर ग्रस्त हैं व हर वर्ष एक करोड़ से अधिक कैंसर से ग्रसित हो रहे हैं। इसमें से लगभग 80 लाख की मृृत्यु हो जाती है। तथ्यों के अनुसार भारत में 28 लाख से अधिक कैंसर मरीज हैं एवं प्रतिवर्ष 7 लाख की कैंसर से मृृत्यु हो जाती हैं।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को देखते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने इसे चुनौती के रूप में लिया है। राज्य सरकार ने स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट के लिए पुर्तगाल के शैम्पलीमोड फाउण्डेशन के साथ एमओयू किया है एवं इस इंस्टीट्यूट का यथाशीघ्र निर्माण करवाया जा रहा है। प्रदेश में चल रहे आरोग्य राजस्थान अभियान के शिविरों में हुई जांच में कई बीमारियों के नए आंकड़े सामने आए हैं। इसको देखते हुए कई बीमारियों को लेकर चिकित्सा विभाग नई कार्य योजना तैयार कर रहा हैं।
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