बाराबंकी, 27 जून | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को बाराबंकी में बूथ सम्मेलन में जुटे लगभग 30 हजार पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। कैराना से हिंदुओं के कथित पलायन को लेकर उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को शर्म आनी चाहिए कि उनके राज में ऐसी स्थिति पैदा हो रही है। बाराबंकी में बूथ सम्मेलन में शाह ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश तक हिन्दुओं का पलायन हो रहा है और मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि ऐसी स्थिति नहीं है।
उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री को शर्म आनी चाहिए कि उनसे कानून व्यवस्था नहीं संभल रही है। क्या उप्र की कानून व्यवस्था अमेरिका के ओबामा आकर संभालेंगे?”
मथुरा हिंसा को लेकर भी अमित शाह ने समाजवादी पार्टी की सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि मथुरा में सरकारी जमीन पर जो कब्जा हुआ था, उसे राज्य के एक कैबिनेट मंत्री का संरक्षण प्राप्त था। सरकार कह रही है कि भाजपा वाले जान बूझकर मथुरा को मुद्दा बना रहे हैं।
शाह ने कहा, “भाजपा वाले मथुरा को मुद्दा बनाएंगे। भाजपा अध्यक्ष होने के नाते मैं आज यह कहना चाहता हूं कि उप्र में जहां-जहां भी सपा कार्यकर्ताओं ने सरकारी जमीनों पर कब्जा किया है, वहां-वहां भाजपा के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करेंगे।”
कौमी एकता दल के सपा में विलय और फिर अलग करने को लेकर भी अमित शाह ने अखिलेश पर कटाक्ष किया। अमित शाह ने कहा कि मुख्तार अंसारी की पार्टी का विलय होने के बाद मुख्यमंत्री नाराज हो गए थे। यह चाचा-भतीजे की नूरा कुश्ती के अलावा कुछ नहीं है।
उन्होंने कहा , “यदि मुख्यमंत्री सही मायने में मुख्तार अंसारी को लेकर गंभीर हैं तो फिर वे अतीक अहमद का क्या करेंगे। क्या अतीक को भी वह पार्टी से निकालेंगे। सपा में एक नहीं कई मुख्तार और अतीक बैठे हैं। वे निकल गए तो सपा में कुछ नहीं बचेगा।” –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
Follow @JansamacharNews