लखनऊ, 15 जून | उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की लचर स्थिति की वजह से कैराना में हिन्दुओं के पलायन की स्थिति की जांच करने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का एक दल बुधवार को रवाना हो गया। विधान मंडल दल के नेता सुरेश खन्ना की अगुवाई में सात सदस्यीय दल जांच रिपोर्ट पार्टी के आला कमान को सौंपेगा। प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी भी इस मुद्दे पर अपनी नजर बनाए हुए हैं। भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक के मुताबिक, भाजपा ने मामले की जांच के लिए सात सदस्यीय कमेटी कैराना भेजी है। बुधवार को रवाना हुआ दल जांच रिपोर्ट पार्टी आला कमान को सौंपेगा। इसके पार्टी फोरम में लिए गए निर्णय के मुताबिक रणनीतिक कदम उठाए जाएंगे।
कैराना मामले से जुड़े जांच दल में नेता विधानमंडल दल सुरेश खन्ना, विधानमंडल दल सचेतक डॉ. राधामोहन दास अग्रवाल, सांसद बागपत डॉ. सतपाल सिंह, सांसद सहारनपुर राघव लखन पाल शर्मा, सांसद बुलंदशहर डॉ. भोला सिंह, सांसद अलीगढ़ सतीश गौतम, सांसद आंवला धर्मेन्द्र कश्यप, उ.प्र. के पूर्व डीजीपी बृजलाल होंगे।
इससे पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्रीपद नायक ने कहा कि कैराना में बहुसंख्यक समुदाय के कथित पलायन के मामले पर खुद प्रधानमंत्री नजर रख रहे हैं और केन्द्र की ओर से तीन केन्द्रीय मंत्रियों का दल जल्द कैराना का दौरा कर वस्तुस्थिति की जानकारी लेगा।
इस बीच, केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश के कैराना से हिंदुओं के कथित पलायन पर राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर आरोपों का सत्यापन करने और जल्द विस्तृत रिपोर्ट भेजने को कहा है।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा था कि अगर लोगों को अपने ही देश में उनके घर छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है, तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
उल्लेखनीय है कि कैराना से सांसद हुकुम सिंह का आरोप है कि उत्तर प्रदेश में लचर कानून-व्यवस्था की वजह से कैराना और कांधला से सैकड़ों हिन्दू परिवार पलायन कर चुके हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मामले में भाजपा नेताओं पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। –आईएएनएस
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