नई दिल्ली, 17 नवंबर। सतह से आकाश में मार करने वाली क्विक रिएक्शन मिसाइल प्रणाली का आज ओडिशा के तट से दूर, इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज, चांदीपुर से लगभग 15: 42 बजे उड़ान श्रृंखला का दूसरा परीक्षण किया गया।
आज का हवाई परीक्षण उच्च क्षमता वाले मानव रहित जेट हवाई लक्ष्य बंशी पर किया गया। आज के परीक्षण से ठिकाने का पता लगाकर अचूक निशाना लगाने की इसकी क्षमता साबित हो गई है।
मिसाइल प्रणाली का परीक्षण में हैदराबाद और बालासोर से मिसाइल कॉम्प्लेक्स प्रयोगशालाओं के अलावा पुणे, एलआरडीई बेंगलुरु से एआरडीई और आरएंडई (ई) की टीमों ने भाग लिया।
पहले रडारों ने लंबी दूरी से लक्ष्य की पहचान की और जब यह लक्ष्य रडार पर निशाने पर आ गया तो कम्प्यूटर से स्वचालित तरीके से मिसाइल दागी गई।
मिसाइल प्रणाली के परीक्षण के दौरान रडार के जरिए मिसाइल को लगातार निर्देशित किया गया। मिसाइल को दागे जाने के बाद यह अपने लक्ष्य के काफी करीब पहुंच गई और इस पर लगे हथियार सक्रिय हो गये।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ के वैज्ञानिकों को क्यूआरएसएएम के सफल परीक्षण के लिए बधाई दी।
इससे पहले, 13 नवम्बर को भी क्यूआरएसएएम का पहला सफल परीक्षण किया गया था।
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