खोडलधाम विश्व का एकमात्र ऐसा मंदिर है, जिसके प्रवेश द्वार पर राष्ट्र ध्वज फहरा रहा है।
खोडलधाम मंदिर राजकोट ज़िले में जेतपुर तहसील के कागवड में है। मंदिर का प्रबंधन खोडलधाम ट्रस्ट करता है।
खोडलधाम मंदिर में सातवें पाटोत्सव में शनिवार 21 जनवरी,2023 को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सहभागी हुए।
खोडलधाम ट्रस्ट को सामाजिक समरसता का विशिष्ट केन्द्र बताते हुए पटेल ने इस बात पर हर्ष व्यक्त किया कि राष्ट्रहित तथा समाजहित के केन्द्र के रूप में खोडलधाम विश्व को सदैव प्रेरणा प्रदान करता रहेगा।
पटेल ने विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि भारत को विश्व गुरु बनाने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विकास के मूल्यों पर आधारित राजनीति का महत्वपूर्ण योगदान है।
उन्होंने खोडलधाम ट्रस्ट को समग्र कार्यक्रम के आयोजन के लिए अभिनंदन दिया और समग्र परिसर में स्थापित 650 मूर्तियों व प्रदक्षिणा पथ पर प्रस्तुत की गई पाटीदारों की गौरवगाथा के लिए खोडलधाम प्रांगण की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने इस बात का गौरवपूर्वक उल्लेख किया कि संतों-शूराओं-दाताओं की भूमि सौराष्ट्र में हर 25 किलोमीटर की परिधि में दान की अविरत धारा बहती है।
खोडलधाम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेशभाई पटेल ने सभी उपस्थित महानुभावों का स्वागत करते हुए कहा कि खोडलधाम एक विचार है। इसे मंदिर तक सीमित न रखते हुए राष्ट्र कल्याण तक पहुँचाने का कार्य सभी लोगों को करना है।
नरेशभाई पटेल ने खोडलधाम की स्थापना में गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री तथा उत्तर प्रदेश की वर्तमान राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल का सहयोग मिलने के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आवश्यक सुविधाओं से खोडलधाम आज भव्यातिभव्य बना है और यह सरकार के सहयोग से संभव हुआ है।
पाटोत्सव के अवसर पर खोडलधाम ट्रस्ट द्वारा 41 ट्रस्टियों को नवनियुक्त किया गया। इनमें नई महिला ट्रस्टी श्रीमती अनारबेन पटेल शामिल हैं।