नई दिल्ली, 28 अप्रैल | गंगा नदी में प्रदूषण को लेकर कांग्रेस पर चुटकी लेते हुए केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने गुरुवार को कहा कि गंगा नदी को साफ करना पिछली सरकार द्वारा बीते 70 वर्षो के दौरान किए गए ‘पापों’ का प्रायश्चित है। केंद्र में गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने लोकसभा में कहा, “गंगा में प्रदूषण पिछली सरकार द्वारा लगातार की गई गलतियों का परिणाम है। इसकी सफाई वास्तव में बीते 70 वर्षो के दौरान किए गए अपराधों का प्रायश्चित है, जिसमें उन्होंने (कांग्रेस) बड़ी भूमिका निभाई है।”
उमा प्रश्नकाल के दौरान सवालों का जवाब दे रही थीं।
उन्होंने कहा, “गंगा नदी के पानी की शुद्धता की जांच प्रयोगशाला में नहीं होगी। इसकी पुष्टि डॉल्फिन व कछुओं की उपस्थिति से होगी।”
समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता मुलायम सिंह यादव ने सुझाव देते हुए कहा कि जब तक प्रदूषित पानी को गंगा नदी में जाने से नहीं रोका जाता, गंगा नदी का प्रदूषण दूर नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा, “जब तक नाले के पानी को खेतों की ओर नहीं मोड़ा जाता, प्रदूषण पर नियंत्रण नहीं किया जा सकता। मैंने कानपुर में इसे सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। इससे न केवल खेती सुधरेगी, बल्कि कृषि क्षमता भी बढ़ेगी।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वे सुझावों पर अमल करेंगी, लेकिन दिग्गज नेता को अपने बेटे व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सलाह देनी चाहिए कि वह गंगा से संबंधित परियोजनाओं को मंजूरी देने के लिए समय निकालें।
उमा ने कहा, “मथुरा-वृंदावन परियोजना प्रदेश सरकार की मंजूरी का इंतजार कर रही है, लेकिन अखिलेश के पास समय नहीं है। मेरे प्रयासों के बावजूद उन्होंने मुझसे मिलने के लिए समय नहीं निकाला। परियोजना में पहले ही तीन महीने की देरी हो चुकी है।”
(आईएएनएस)
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