नई दिल्ली, 13 अप्रैल (जनसमा)। अब भारत, जर्मनी के सहयोग से पवित्र गंगा नदी की सफाई परियोजना को आगे बढ़ाएगा। इस परियोजना मेें जर्मनी 22 करोड़ रुपये का अंशदान देगा। शुरुआत में उत्तराखण्ड पर ध्यान केंद्रिय किया जाएगा और गंगा से जुड़े दूसरे राज्यों तक इसका दायरा बढ़ाया जाएगा।
इस संबंध में बुधवार को नमामि गंगे के लिए भारत और जर्मनी के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
भारत चाहता है कि जर्मनी अपने यहां राइन दान्यूब नदी के लिए इस्तेमाल की गई बेसिन प्रबंधन नीति को अपनाए। इस समझौते के अंतर्गत गंगा नदी का प्राचीन वैभव लौटाने का प्रयास करना है।
समझौते पर भारत में जर्मनी के राजदूत डाॅ. मार्टिन और जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय में सचिव शशि शेखर की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए।
इस अवसर पर जर्मनी के राजदूत ने कहा कि उनका देश गंगा नदी के सांस्कृतिक महत्व को समझता है। उसकी गंगा में आस्था है तथा मां गंगा को उसका प्राचीन वैभव वापस लौटाने का श्रेष्ठ प्रयास किया जाएगा।
जर्मन सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए शेखर ने कहा कि जर्मनी से मिलने वाली तकनीकी सहयोग से गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने में मदद मिलेगी।
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