लखनऊ, 22 फरवरी। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने लखनऊ में कहा कि यदि वह गंगा की सफाई नहीं करा पाईं तो प्राण दे देंगी ।
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने इस योजना के लिए पूरा सहयोग किया। 20 हजार करोड़ रुपये बहुत पहले ही दे दिए थे। नई तकनीक से योजना के संचालन में थोड़ा देरी हो रही है। यदि मैं गंगा को साफ न कर पाई तो गंगा से गंगा सागर तक दोनों तरफ से पदयात्रा करूंगी।”
भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उमा ने कहा, “लखनऊ में गोमती के साथ बड़ा अन्याय किया गया है। प्रदेश की सपा सरकार ने गोमती रिवर फ्रंट बना कर भूमाफिया को संरक्षण देने का काम किया है। भाजपा की सरकार बनने के बाद रिवर फ्रंट योजना के घोटाले पर जांच बैठाई जाएगी।”
उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार की नमामि गंगे योजना के तहत गंगा किनारे के जनपदों में जिलाधिकारियों से एनओसी मांगी गई थी, लेकिन सपा सरकार ने यह एनओसी नहीं जारी करने दी। जब इस पर केंद्र द्वारा दबाव बनाया गया तब जाकर जुलाई, 2016 में एनओसी मिल पाई।”
उमा भारती ने कहा कि 2018 तक नमामि गंगे का कार्य पूरा कर दिया जाएगा।
भाजपा नेता ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीब परिवार से आते हैं और गरीबी का दर्द जानते हैं। उन्होंने किसान, गरीब, नौजवान, दलित, पिछड़े और महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने में अपना जीवन समर्पित कर दिया है। लेकिन विरोधी दल मोदी का विरोध करके जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड सहित प्रदेश की जनता मोदी के भारत और भारत के लोगों को दुनिया की ताकत बनाने के कार्यो से प्रभावित है।
उमा भारती ने कहा, “मोदी सरकार ने बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए 3630 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। इस आवंटन में से 1304 करोड़ रुपये राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कोष से प्रदेश सरकार को दिए। मोदी सरकार ने यह धन सीधे प्रभावित लोगों के बैंक खाते में भेजने के लिए दिया था। लेकिन अखिलेश सरकार ने इस धन को प्रभावितों तक नहीं पहुंचाया। केंद्र सरकार ने महोबा, चित्रकूट और बांदा, बुंदेलखंड क्षेत्र को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए योजना बनाई थी, लेकिन सपा सरकार ने यह योजना सफल नहीं होने दी।”–आईएएनएस/आईपीएन
(फाइल फोटो)
Follow @JansamacharNews