नई दिल्ली, 22 जुलाई | जाने-माने आयुर्वेद वैद्य पद्मश्री बालेंदु प्रकाश ने आज लोगों के बीच गंभीर पैंक्रियाटाइटिस को लेकर जागरूकता पैदा करने की बात कही। अक्सर जानलेवा साबित होने वाली इस बीमारी से पीड़ित लोगों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, उन्होंने चेतावनी दी और कहा कि मेनस्ट्रीम दवाओं के लाभ और आयुर्वेद के पारंपरिक ज्ञान को मिलाकर किए गए संयुक्त प्रयासों से ही इस बीमारी का सामना कर रहे लोगों का नए ढंग उपचार किया जा सकता है।
वैद्य बालेंदु प्रकाश पुराने सचिवालय में दिल्ली विधानसभा के सदस्यों को संबोधित कर रहे थे। इस व्याख्यान का आयोजन जानी-मानी हस्तियों के लेक्च र की श्रृंखला के तहत ब्यूरो ऑफ लेजिस्लेटिव स्टडीज द्वारा किया गया था। कुछ दिनों पहले ही प्रसिद्ध कार्यकर्ता पी. साईनाथ ने देश में व्याप्त पानी के संकट के विषय पर विधायकों को संबोधित किया था।
आमतौर पर 24 वर्ष की उम्र में जोर पकड़ने वाली गंभीर पैंक्रियाटाइटिस को ठीक न होने वाली बीमारी बताते हुए देहरादून के वैद्य बालेंदु ने जानकारी दी कि वर्षो के शोध के बाद विकसित किया गया उनका उपचार इस बीमारी को रोकने और उसे ठीक करने में काफी प्रभावी साबित हुआ है।
दिलचस्प बात है कि उनके उपचार से ठीक हुए कई मरीज भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे और उन्होंने बताया कि किस तरह उनके अनोखे हर्बो-मिनरल फॉम्र्यूलेशन से मरीजों की बीमारी पूरी तरह ठीक हो गई।
वैद्य बालेंदु ने कहा, “यह पहला मौका है जब भारत की एक विधानसभा में आयुर्वेदिक उपचार पर चर्चा हो रही है।” उन्होंने दिल्ली में एक आधुनिक आयुर्वेदिक संस्था की शुरुआत करने में मदद के लिए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र रंजन से अनुरोध किया ताकि देहरादून की यात्रा करने के बजाय मरीजों को दिल्ली में ही इलाज मिल सके।
इस कार्यक्रम में मौजूद अन्य प्रमुख लोगों में डिप्टी स्पीकर राखी बिड़ला और विधानसभा के सचिव प्रसन्ना के सूर्यदेवरा शामिल थे।
— आईएएनएस
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