नई दिल्ली, 10 जुलाई | केंद्रीय सड़क परिवहन और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी की अमेरिका की एक सप्ताह की यात्रा के दौरान भारत राजमार्ग विकास, सड़क इंजीनियरिंग और हरित ऊर्जा की नवीनतम प्रौद्योगिकी के लिए अमेरिकी सहायता की संभावनाएं तलाशेगा। यहां सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के एक बयान में रविवार को कहा गया है, “सड़क परिवहन, राजमार्ग और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी कल (सोमवार) जब वाशिंगटन में अपने समकक्ष अमेरिका के परिवहन मंत्री एंथोनी फॉक्स से आधिकारिक वार्ता करेंगे, तब महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा क्षेत्र में भारत-अमेरिका के सहयोग को एक नई गति मिलेगी।”
बयान के मुताबिक, “अमेरिकी समुद्री उद्योग जगत के साथ अपनी बातचीत के दौरान गडकरी भारतीय समुद्री क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं पर प्रकाश डालेंगे और बंदरगाहों, बंदरगाह केंदित औद्योगीकरण, तटीय आर्थिक क्षेत्रों और मौजूदा बंदरगाहों में नए बर्थ और टर्मिनल्स के निर्माण, मशीनीकरण, जहाज निर्माण और जहाज मरम्मत सहित अन्य क्षेत्रों में अमेरिकी निवेश आमंत्रित करेंगे।”
बयान के मुताबिक, भारत ने बुनियादी ढांचे के लिए करीब 50-60 अरब डॉलर और समुद्री क्षेत्र में बंदरगाहों के नेतृत्व वाले विकास और अंतर्देशीय जलमार्ग के औद्योगिक विकास के लिए करीब 100 अरब डॉलर के विदेशी निवेश का लक्ष्य रखा है।
मंत्रालय के मुताबिक, गडकरी अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान वाशिंगटन, न्यूयॉर्क और सैन फ्रांसिस्को में इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स, यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल, जेपी मोरगन, गोल्डमैन सैक्स और अन्य व्यापार मंचों द्वारा आयोजित वार्ताओं में अमेरिकी बुनियादी ढांचा कंपनियों के साथ चर्चा करेंगे।
बयान के मुताबिक, गडकरी उच्च गुणवत्ता वाली बैटरी कारों की निर्माता कंपनी ‘टेसला’ का दौरा भी करेंगे और निवेशकों से मुलाकात करेंगे। वह 12,000 से अधिक सदस्यों वाले उद्यमियों के वैश्विक संगठन ‘टीआईई चार्टर’ के साथ बातचीत करेंगे।
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