गरोह-गराह-सैरा-नौरा पेयजल आपूर्ति योजना

शिमला 18 जनवरी (जनसमा) । मुख्यमंत्री  वीरभद्र सिंह ने आज धर्मशाला में 222.07 लाख रुपये की लागत से निर्मित होनेवाली गरोह-गराह-सैरा-नौरा पेयजल आपूर्ति योजना के स्तरोन्नयन एवं विस्तार की आधारशिला रखी।

इस योजना से क्षेत्र की 66 बस्तियों के 17 जनगणना गांव लाभान्वित होंगे।

मुख्यमंत्रीने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के सभी गांवों में पेयजल व सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

उन्होंने अधिकारियों को निर्धारित समय के भीतर जिला कांगड़ा की सभी परियोजनाओं का कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।

सिंह ने कहा कि कांगड़ा जिला के 7373 गांवों में से 6128 गांवों को पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाई जा चुकी है, शेष  312 गांवों को इस वित्तवर्ष में पेयजल उपलब्ध करवाने का लक्ष्य रखा गया है और इनमें से भी 242 गांवों को अब तक पेयजल सुविधा के तहत लाया जा चुका है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंचाई के अन्तर्गत 921 हेक्टेयर क्षेत्र को लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गयाहै, जिसमें से 685 हेक्टेयर भूमि को गत वर्ष सिंचाई सुविधा के अधीन लाया गया। जिले में 418 मुख्य, मध्यम तथा लघु सिंचाई योजनाओं काकार्य पूरा कर लिया गया है, जिससे 42023 हेक्टेयर भूमि सिंचाई सुविधा के अन्तर्गत लाई गई है।

 कांगड़ा जिले में 9314 हैंडपम्प स्थापित किए गए हैं, जिसमेंसे 472 हैंडपम्प इस वित्त वर्ष के दौरान दिसम्बर, 2015 तक स्थापित कर लिए गएहैं।

कांगड़ा जिला की शाहपुर तहसील के तांडू व थारू गांव के लिए अलग से उठाऊ
पेयजल योजना की आधारशिला रखी। इस योजना पर 113.04 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे,जिससे क्षेत्र की 7 बस्तियों के 3000 से अधिक लोग लाभान्वित होंगे।

इससे पूर्व, मुख्यमंत्री का शाहपुर विधानसभा क्षेत्र सुधर, छेरी, रक्कड़ का बाग, ग्राम पंचायत धारू में पंचायती राज संस्थाओं के जनप्रतिनिधियों, महिला मण्डलों व क्षेत्रके लोगों ने भारी संख्या में पहुंच कर स्वागत किया।

वनमंत्री  ठाकुर सिंह भरमौरी, वन विकास निगम के उपाध्यक्ष  केवल सिंह पठानिया, क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों के निर्वाचित सदस्यों, उपायुक्त रितेश चैहान व क्षेत्रके अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।