जयपुर, 6 अक्टूबर। हिन्दी और राजस्थानी भाषा के मूर्धन्य गीतकार और साहित्यकार डॉ. तारा प्रकाश जोशी का आज जयपुर में देहांत हो गया। वे 83 साल के थे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रगतिशील विचारधारा के प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ. ताराप्रकाश जोशी के स्वर्गवास पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
गहलोत ने अपने संवेदना संदेश में कहा कि- 83 वर्षीय डॉ. जोशी ने अपनी प्रगतिशील कविताओं, उपन्यासों और नाटकों के माध्यम से साहित्य जगत को समृद्ध किया। वे एक जनप्रिय गीतकार थे।
डॉ. तारा प्रकाश जोशी ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी के रूप में विभिन्न पदों पर रहते हुए अपनी सेवाएं दी। उनकी प्रशासनिक एवं साहित्यिक सेवाओं को सदैव याद किया जाएगा।
उन्होंने कल्पना के स्वर, शंखों के टुकडे़, समाधि के प्रश्न, प्रत्यूष की पदचाप जैसी महत्वपूर्ण पुस्तकों की रचना की।
उन्हें उनकी साहित्यिक सेवा के लिए कई पुरस्कार प्रदान किये गये थे।
राजस्थान साहित्य अकादमी ने 2013 में साहित्य के क्षेत्र में उनके अतुल्य योगदान के लिए ‘मनीषी सम्मा’न से सम्मानित किया था।