नई दिल्ली, 28 फरवरी (जनसमा)| गुरुत्वाकर्षण तरंगों के अध्ययन के लिए विश्व की तीसरी वेधशाला भारत में बनेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में रविवार को कहा कि भारत गुरुत्वाकर्षण तरंगों के अध्ययन के लिए एक वेधशाला ‘लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रेविटेशनल-वेव ऑब्जरवेटरी (एलआईजीओ)’ का निर्माण करेगा। विश्व की तीसरी वेधशाला होगी। पहली दो वेधशालाएं अमेरिका के वाशिंगटन में हैनफोर्ड और लुईजियाना में लिविंग्सटन हैं।
मोदी ने अपने कार्यक्रम में कहा कि भारतीय वैज्ञानिक भी गुरुत्वाकर्षण तरंगों का अध्ययन करने वाली अनुसंधान टीम में शामिल हैं। ” मैं उन सभी वैज्ञानिकों को आज ह्रदय से बधाई देना चाहता हूँ, अभिनन्दन करना चाहता हूँ। भविष्य में भी इस ख़ोज को आगे बढ़ाने में हमारे वैज्ञानिक प्रयासरत रहेंगे। ”
मोदी ने कहा, “पिछले दिनों में एक महत्वपूर्ण निर्णय किया है। इसी खोज में और अधिक सफ़लता पाने के लिए Laser Interferometer Gravitational-Wave Observatory, short में उसको ‘एलआईजीओ’ कहते हैं, भारत में खोलने का सरकार ने निर्णय लिया है।
गुरुत्वाकर्षण तरंगों के शोध के लिए एलआईजीओ एक सुविधा है, जो विकास, अवलोकनऔर आंकड़ों के विश्लेषण में हिस्सा लेने के लिए वैज्ञानिक समुदाय को एक अवसर प्रदान करेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा “भारत ज़रूर अपने मर्यादित संसाधनों के बीच भी मानव कल्याण की इस महत्तम वैज्ञानिक ख़ोज की प्रक्रिया में सक्रिय भागीदार बनेगा।”
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