प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज 20 दिसंबर, 2020 को सुबह सुबह गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब गए और उन्होंने वहाँ गए और उन्होंने वहाँ मत्था नवा कर प्रार्थना की।
गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब वह पवित्र स्थान है जहाँ गुरु तेग बहादुर जी के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया था। ऐसा माना जाता है कि उनका परलोकगमन 11 नवंबर 1675 को हुआ था।
गुरु तेग बहादुर सिख धर्म के दस गुरुओं में से नौवें गुरू थे। उनका जन्म सन् 1621 में अमृतसर में हुआ था। वह गुरु हरगोबिंद के सबसे छोटे पुत्र थे।
गुरु के रूप में उनका कार्यकाल 1665 से 1675 तक रहा। उनके भजनों में से एक सौ पंद्रह भजन गुरु ग्रंथ साहिब में हैं।
उन्होंने ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि आज सुबह, मैंने ऐतिहासिक गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब में प्रार्थना की, जहां श्री गुरु तेग बहादुर जी के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया। मैं बेहद धन्य महसूस हुआ। मैं, दुनिया भर के लाखों लोगों की तरह, श्री गुरु तेग बहादुर जी की दया से बहुत प्रेरित हूं।
यह गुरु साहिब की विशेष कृपा है कि हम अपनी सरकार के कार्यकाल के दौरान श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400 वें प्रकाश पर्व के विशेष अवसर को चिह्नित करेंगे।
आइए हम इस धन्य अवसर को ऐतिहासिक तरीके से चिह्नित करें और श्री गुरु तेग बहादुर जी के आदर्शों को मनाएं।
Follow @JansamacharNewsThis morning, I prayed at the historic Gurudwara Rakab Ganj Sahib, where the pious body of Sri Guru Teg Bahadur Ji was cremated. I felt extremely blessed. I, like millions around the world, am deeply inspired by the kindnesses of Sri Guru Teg Bahadur Ji. pic.twitter.com/ECveWV9JjR
— Narendra Modi (@narendramodi) December 20, 2020