शिमला, 17 सितंबर (जस)। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने गुरू गोबिन्द सिंह जी की 350वीं जयंती समारोह आयोजित करने के लिए शनिवार को यहां बुलाई गई उच्च स्तरीय समिति बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सरकार समारोह को सफल बनाने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के अलावा सरकार सिखों के दसवें गुरू गुरू गोबिन्द सिंह जी की पालकी के स्वागत के लिए टेलिग्राफ कार्यालय के समीप, लेडीज पार्क के नीचे, शेर-ए-पंजाब के समीप तथा रिज पंडाल पर गेट लगाने के अलावा लंगर की अनुमति प्रदान करने सम्बन्धी व्यापक प्रबन्ध करेगी।
उन्होंने कहा कि हमें ‘सिखों के इतिहास’ एवं ‘गुरू ग्रंथ साहिब’ के इतिहास से अपने महान गुरूओं की शिक्षाओं को सीखना एवं उनका सम्मान व अनुसरण करना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम समारोह को चिरस्मणीय बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि गुरू गोबन्द सिंह जी ने अपने अधिकांश रचनात्मक एवं साहित्यिक कार्यों को हिमाचल प्रदेश के पावंटा साहिब में यमुना नदी के तट पर पूर्ण किया। उन्होंने आशा जताई कि इस पावन उत्सव में सिख समुदाय के साथ सभी वर्गों के लोग सम्मिलित होंगे। उन्होंने कहा कि हमें इस उत्सव को बड़े उत्साह एवं हषोल्लास के साथ मनाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने इस दो दिवसीय आयोजन के दौरान रिज मैदान पर स्वच्छता बनाए रखने की भी अपील की।
गुरू सिंह सभा के अध्यक्ष जसविन्द्र सिंह ने सहयोग के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया और उन्हें उत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।
दो दिवसीय उत्सव 24 सितम्बर को गुरू गोबिन्द सिंह जी की पालकी को ले जाते हुए जुलूस के साथ आरम्भ होगा। जुलूस दोपहर बाद एक बजे उपायुक्त कार्यालय से आरम्भ होगा और सायं करीब पांच बजे रिज पर सम्पन्न होगा। गुरू गोबिन्द सिंह सभा द्वारा रिज स्थित पदमदेव परिसर में भी लंगर का आयोजन किया जाएगा।
Follow @JansamacharNews