नई दिल्ली, 5 अक्टूबर | भारतीय फैशन डिजाइन परिषद (एफडीसीआई) आगामी अमेजन इंडिया फैशन वीक (एआईएफडब्ल्यू) स्प्रिंग समर 2017 में चंदेरी कपड़े के आकर्षण और खूबसूरती का जश्न मनाने के लिए तैयार है। उद्घाटन शो के लिए 16 डिजाइनर साथ आए हैं। प्रत्येक चार-चार की टुकड़ी में है, जो सुस्त पड़े चंदेरी वस्त्र उद्योग को रफ्तार व सहयोग देने को लिए डिजाइनरों को प्रोत्साहित करेंगे।
ग्वालियर के सिधिंया परिवार ने दशकों से चंदेरी बुनकरों का समर्थन किया है और उनके उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके योगदान को देखते हुए एफडीसीआई ने इस कपड़े की ओर लोगों का ध्यान खींचने के लिए चंदेरी वस्त्र उद्योग को प्रोत्साहन देने वाली ताकतों के साथ हाथ मिलाया है।
इस परियोजना में अनीता अरोड़ा, अनीता डोंगरे, दिव्यम मेहता, रागिनी आहूजा, परोमिता बनर्जी पायल प्रताप रुचिका सचदेव, सामंत चौहान, वैशाली एस और संजय गर्ग जैसे दिग्गज डिजाइनरों के नाम शामिल हैं।
एफडीसीआई के अध्यक्ष सुनील सेठी ने कहा, “हाल के महीनों में हथकरघा क्षेत्र में बढ़िया गति देखने को मिला है। हस्तकला का उत्थान करना एफडीआई का लक्ष्य रहा है। इस परियोजना के जरिए हम चंदेरी को खास पलों में उपयोग लाई जा सकने वाली वस्त्र बनाएंगे।”
अतीत में एफडीसीआई खादी और बनारसी बुनकरों के उत्थान का प्रयास कर चुकी है।
इस पूरे फैशन पर्व का विषय ‘इंडिया मार्डन फेस्टिव’ (भारत आधुनिक उत्सव) है। इस कार्यक्रम में कुल 110 डिजाइनर भाग ले रहे हैं। भव्य समापन समारोह में गुरु-शिष्य की जोड़ी जेजे वलाया और अल्पना-नीरज अपने संग्रह को पेश करेंगे। –आईएएनएस
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