Cyclone downgraded to 'severe' category, warns of heavy rain in Rajasthan

चक्रवात घटकर ‘गंभीर’ श्रेणी’ में, राजस्थान में भारी बारिश की चेतावनी

अब चक्रवात ‘बिपारजॉय’ #cyclonebiparjoy की तीव्रता ‘अत्यंत गंभीर’ श्रेणी से घटकर ‘गंभीर’ श्रेणी में आ गई। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान (rajasthan) में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी

नई दिल्ली, 16 जून। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि चक्रवात ‘बिपारजॉय’ शुक्रवार 16 जून सुबह तक और कमजोर होने और बाद में शाम को ‘डिप्रेशन’ में जाने की उम्मीद है। अब चक्रवात की तीव्रता ‘अत्यंत गंभीर’ श्रेणी से घटकर ‘गंभीर’ श्रेणी में आ गई।

मौसम केन्द्र जयपुर द्वारा 16 जून को बाड़मेर एवं जालौर में अत्यधिक भारी वर्षा, जैसलमेर, जोधपुर, पाली एवं सिरोही में बहुत भारी वर्षा तथा बीकानेर, उदयपुर एवं राजसमंद में भारी बारिश की संभावना की चेतावनी जारी की गई है।

आईएमडी के अपडेट के अनुसार, 17 जून, 2023 को बाड़मेर, जालौर, पाली, जोधपुर एवं नागौर में अत्यधिक भारी बारिश, जैसलमेर, बीकानेर, अजमेर, भीलवाड़ा, उदयपुर, सिरोही एवं राजसमंद में बहुत भारी बारिश एवं चूरू, सीकर, जयपुर, टोंक, बूंदी, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर एवं बांसवाड़ा में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।

मौसम कार्यालय ने आगे कहा कि 18 जून को दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में भारी से बहुत भारी बारिश (Heavy rain) और 16 और 19 जून को दक्षिण-पूर्व राजस्थान में भारी वर्षा होने की संभावना है।

राजस्थान

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत (Ashok Gehlot) ने मौसम विभाग की अनुशंषा के अनुसार सभी संबंधित विभागों को बचाव एवं राहत कार्यो हेतु तैयार रहने के लिए बुधवार को ही निर्देश दे दिया थे।

गहलोत ने कहा कि जिन जिलों के प्रभावित होने की संभावना है वहां आमजन के बचाव एवं राहत के लिए जिला प्रशासन मुस्तैद रहे। इन जिलों में एसडीआरएफ, नागरिक सुरक्षा स्वयं सेवक एवं आपदा मित्र को शामिल कर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक की जाए।

गेहलोत ने आमजन से अपील की कि तूफान संभावित क्षेत्रों में अतिआवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें तथा जरूरत पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर ही शरण लें। बड़े एवं पुराने वृक्षों के नीचे शरण ना लें। 16 से 18 जून के दौरान किसी भी प्रकार की पर्यटन एवं एडवेंचर गतिविधियांे में शामिल ना हों।

उन्होंने सभी जिला कलक्टर्स को तूफान से संबंधित सूचना/चेतावनी को इलेक्ट्रानिक, प्रिंट, सोशल मीडिया, एसएमएस एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं कार्मिकों के माध्यम से आम नागरिकों तक पहुंचाने के लिए निर्देशित किया।

तूफान से प्रभावित लोगों के बचाव हेतु प्रदेश में जयपुर, कोटा, भरतपुर, उदयपुर, अजमेर, जोधपुर एवं बीकानेर में एसडीआरएफ की 8 कम्पनियां तथा किशनगढ़, अजमेर में एनडीआरएफ की एक कम्पनी तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं।