बीजिंग, 1 मई (आईएएनएस/सिन्हुआ)। चीन ने रविवार को निर्माण, रियल एस्टेट, वित्त और उपभोक्ता सेवा को भी मूल्य-वर्धित कर (वैट) योजना के दायरे में लाकर सभी प्रकार के व्यापार कर को वैट में तब्दील करने का काम पूरा कर लिया। ये चार क्षेत्रों में अब तक आय के आधार पर कर लग रहा था।
वैट का मतलब ऐसे कर से है, जो किसी कमोडिटी के कर पूर्व मूल्य और उत्पादन की लागत के अंतर पर लगाया जाता है। आय कर का मतलब ऐसे कर से है, जो किसी कारोबार की कुल आय पर लगता है।
वैट योजना के विस्तार से इस साल 500 अरब युआन (76.9 अरब डॉलर) कर बोझ घटने का अनुमान है।
चीन में वैट योजना सबसे पहले 2012 में शंघाई में पायलट आधार पर लागू की गई थी, जिसमें परिवहन, सूचना प्रौद्योगिकी और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों को शामिल किया गया था। बाद में इसका देशभर में विस्तार कर दिया गया और अन्य क्षेत्रों को भी इसके दायरे में लाया गया।
गत चार साल में वैट योजना के कारण कंपनियों का 640 अरब युआन कर बचा है।
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