नई दिल्ली, 06 जनवरी। हिमालयी क्षेत्र में जल्द ही तीव्र भूकंप आने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। इसको लेकर गृह मंत्रालय ने आपदा प्रबंधन विशेषज्ञों को चेतावनी जारी की है और साथ इस बाबत उन्हें सभी जरूरी व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए हैं।
फोटोः नेपाल में 25 अप्रैल 2015 को आए भूकंप से क्षतिग्रस्त मकानों का दृश्य। (सिन्हुआ/आईएएनएस)
विशेषज्ञों के अनुसार रिएक्टर स्केल पर 8 या फिर इससे भी अधिक तीव्रता वाला भूकंप हिमालय से लगे क्षेत्रों को हिलाकर रख सकता है। सोमवार को मणिपुर में आए भूकंप से कहीं अधिक तीव्रता वाला एक भूकंप भविष्य में इस इलाके में आने वाला है।
दरअसल हाल ही में मणिपुर में 6.7, मई, 2015 में नेपाल में 7.3 और सिक्किम में साल 2011 में आए 6.9 तीव्रता वाले भूकंपों के कारण इस इलाके की भूगर्भीय प्लेटों में और उथल-पुथल हो गई है। पहले के झटकों के दौरान इनमें दरारें पैदा हो गई थीं, लेकिन हाल में आए भूकंपों के कारण यहां स्थिति और भी गंभीर हो गई है। इसलिए यहां 8.0 या इससे भी अधिक तीव्रता वाले कई भूकंप आ सकते हैं।
गृह मंत्रालय के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआईडीएम) ने चेतावनी दी थी कि पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र, खासतौर पर पहाड़ों में भयंकर भूकंप का खतरा पैदा हो गया है। ईटानगर में हाल ही में आयोजित एनआईडीएम की एक बैठक में भी यह मुद्दा उठाया गया था।