रायपुर, 7 अक्टूबर (जस)। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री कौशल विकास योजनाओं के तहत छत्तीसगढ़ में वर्ष 2012 से अब तक यानि लगभग चार साल में तीन लाख युवाओं को विभिन्न व्यवसायों का रोजगार मूलक कौशल प्रशिक्षण दिया जा चुका है। यह जानकारी शुक्रवार को यहां उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने दी। पाण्डेय ने कौशल विकास प्राधिकरण कार्यालय में बनाये गये वीडियो क्रान्फ्रेसिंग हॉल का शुभारंभ किया।
उन्होंने इस अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से कमिश्नरों और जिला कलेक्टरों से सीधी बातचीत की और कौशल विकास और राजस्व से संबंधित तमाम जानकारियॉ ली। यह कान्फ्रेसिंग हॉल मुख्यमंत्री कौशल विकास प्राधिकरण और लाईवलीहुड कार्यालय पुराने पुलिस मुख्यालय, रायपुर में बनाया गया है।
पाण्डेय ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए अनेक ऐसी योजनाएं संचालित की जा रही हैं जिनका लाभ उठाकर राज्य के विभिन्न जिलों के कम पढ़े-लिखे युवा भी आत्मनिर्भर होने लगे हैं। पाण्डेय ने सभी 27 जिलों में संचालित आजीविका (लाइवलीहुड) कॉलेज के विभिन्न व्यवसायों और कॉलेज भवन निर्माण की जानकारी ली । उन्होंने कहा कि जहां आसानी से सरकारी भवन हास्टल के लिए मिल सकते है वहां हास्टल खोलने की कार्रवाई की जाए, तभी लाइवलीहुड कॉलेज का असली मतलब पूरा होगा।
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