छत्तीसगढ़ में कैदियों को बनाया जाएगा हुनरमंद

रायपुर, 05 मार्च। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज दोपहर राजधानी रायपुर के केन्द्रीय जेल में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत बंदियों के कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

डॉ. सिंह ने समारोह में जेल में बंद सजायाफता कैदियों की बंदी भत्ता भी बढ़ाने का ऐलान किया। छत्तीसगढ़ की जेलों में बंद लगभग दस हजार कैदियों को इसका फायदा मिलेगा। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद अब कुशल बंदियों को 30 रुपए प्रतिदिन के बदले 75 रुपए और अकुशल बंदियों को 25 रुपए की जगह 60 रुपए भत्ता दिया जाएगा।

डॉ. रमन सिंह ने समारोह में कौशल विकास योजना के अंतर्गत सरल हिन्दी भाषा में तैयार की गई विभागीय निर्देशिका का विमोचन किया। डॉ. सिंह ने कहा कि राज्य में जेलों को भी सुधारगृह के रूप में विकसित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जेलों में बंद हर कैदी मूलतः आपराधिक प्रवृत्ति के नहीं होते बल्कि क्षणिक आवेश में आकर अपराध कर बैठते हैं। राज्य सरकार उन्हें जेल के भीतर विभिन्न व्यवसायों में प्रशिक्षण देकर उन्हें हुनरमंद बनाएगी। जिससे जेल से बाहर आने पर उत्साह के साथ वे नया जीवन शुरू कर सकेंगे।

उन्होंने कहा कि केन्द्रीय जेल में कैदियों को नामी-गिरामी होटलों के जरिए कुकिंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा।  मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे जेल में बंद कैदी अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों से आते हैं। उन्हें खेती-किसानी से जुड़ा प्रशिक्षण दिया जाए। उन्होंने कैदियों द्वारा निर्मित हस्तकला सामग्रियों और प्रिंटिंग प्रेस का अवलोकन भी किया।