रायपुर, 07 मई (जनसमा)। छत्तीसगढ़ में भू-जल स्तर की गिरावट को रोकने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अधिकारियों को डबरी और नये तालाबो के निर्माण सहित छोटे नदी-नालों में एनीकट बनवाने पर विशेष रूप से ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि मनरेगा के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में तालाबों का निर्माण युद्ध स्तर पर किया जाए। उन्होंने कहा कि मानसून के आने के पहले सभी जिलों में तालाबों की साफ-सफाई के लिए भी जन भागदारी से विशेष अभियान चलाया जाना चाहिए। राज्य सरकार ने दस एकड़ तक जमीन वाले किसानों के खेतों में सरकारी खर्च पर डबरी निर्माण का भी निर्णय लिया है। इसके लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाए।
डॉ. सिंह ने लोक सुराज अभियान में तीन जिलों के तूफानी दौरे के बाद संभागीय मुख्यालय बिलासपुर में कल देर रात रायगढ़, बिलासपुर और जांजगीर-चाम्पा जिलों के अधिकारियों की बैठक में उन्हें इस आशय के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सूखा प्रभावित क्षेत्रों में सिंचाई जलाशयों से नहरों के जरिए तालाबों को भरने के नाम पर कुछ इलाकों में पानी के दुरूपयोग की शिकायतों को गंभीरता से लिया। उन्होंने जिला कलेक्टरों और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से कहा कि इस दिशा में लगातार सावधानी और निगरानी रखें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रायगढ़ और जांजगीर-चाम्पा जिलों में संचालित उद्योगों में पानी की जरूरत को लेकर अगले छह महीने के भीतर उद्योगों के साथ अनुबंध किया जाए। अगर संबंधित उद्योग अनुबंध नहीं करते हैं, तो उनके पानी के नलकूपों को बंद कर दिया जाए। मुख्यमंत्री ने उद्योग विभाग और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को उद्योगों का निरीक्षण करने और उनमें संचालित नलकूपों की ताजा स्थिति की जानकारी लेने के भी निर्देश दिए।
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