छत्तीसगढ़: 22 फरवरी से 7 मार्च तक राजिम कुंभ मेला

रायुपर, 29 जनवरी। छत्तीसगढ़ के धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की अध्यक्षता में कल त्रिवेणी संगम राजिम के तट पर राजिम कुंभ मेले की तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठक आयोजित की गई। हर वर्ष होने वाले राजिम कुंभ मेले का आयोजन इस वर्ष 22 फरवरी से 07 मार्च तक होगा।

बैठक में अग्रवाल ने राजिम कुंभ मेले के लिए संबंधित विभागों के तैयारियों की समीक्षा करते हुए सभी कार्यो को 15 फरवरी तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। धर्मस्व मंत्री अग्रवाल ने जानकारी दी कि राजिम कुंभ के सफल आयोजन के लिए रायपुर संभाग के कमिश्नर अशोक अग्रवाल को मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है।

बृजमोहन अग्रवाल ने मेले में प्लास्टिक बैग को प्रतिबंधित करने और इसके स्थान पर कपड़ा, जूट या कागज के थैलों के उपयोग को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। उन्होंनेे बताया कि राजीव लोचन मंदिर से कुलेश्वर महादेव मंदिर और लोमश ऋषि आश्रम तक लक्ष्मण झूला बनाने के लिए सिंचाई विभाग से बजट का प्रावधान किया गया है।

मंत्री अग्रवाल ने मेले में शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रदर्शनी और कृषि मेला आयोजित करने के निर्देश भी दिये। बैठक में बताया गया कि राजिम कुंभ के व्यापक प्रचार-प्रसार और मीडिया सेन्टर की स्थापना के लिए पर्यटन मण्डल तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए संस्कृति विभाग को दायित्व सौंपा गया है।

उल्लेखनीय है कि इस वर्ष भी माघ पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक राजिम कुंभ मेला का आयोजन किया जायेगा। इस दौरान 22 फरवरी माघ पूर्णिमा, 02 मार्च जानकी जयंती, एवं 07 मार्च महाशिवरात्रि को पर्व स्नान किया जायेगा। विराट संत-समागम 01 से 07 मार्च तक आयेाजित होगा।

बैठक में बताया गया कि राजिम कुंभ मेले की तैयारी व्यापक स्तर पर शुरू कर दी गई है। बृजमोहन अग्रवाल ने लोक निर्माण विभाग को सड़क, पुल, बैरीकेटिंग निर्माण और पार्किंग व्यवस्था निर्धारित समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। सिंचाई विभाग को मेला शुरू होने से तीन दिन पहले नदी में पानी छोड़ने और एनीकट में कम से कम तीन फीट पानी का स्तर बनाये रखने के लिए निर्देशित किया गया।

पी.एच.ई. विभाग को पेयजल तथा अस्थायी शौचालय की व्यवस्था, स्वास्थ्य विभाग को स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। स्वास्थ्य विभाग को आम जनता के लिए स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने और डॉक्टरों की टीम हमेशा मौजूद रखने के निर्देश भी दिये गये।

इसी प्रकार खाद्य विभाग को दाल-भात सेंटर संचालित करने, वन मण्डल को बांस-बल्ली उपलब्ध कराने, परिवहन विभाग को रायपुर, धमतरी, गरियाबंद, महासमुन्द जिलों के सभी रूटों में नियमित और पर्याप्त मात्रा में बसों का संचालन करने, विद्युत विभाग को लाईट की समुचित व्यवस्था करने एवं पुलिस विभाग को पार्किंग तथा मेला स्थल में सुरक्षा संबंधी इंतजाम करने के साथ ही बसों में होमगार्ड की तैनाती करने के निर्देश दिये गये।